सोशल मीडिया पर यूजर्स ( Users comment on Rhea ) रिया पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं कि “पहले तो उन्होंने सुशांत का घर बदलवाया, फिर उनका पूरा स्टाफ बदलवाया और फिर उनके साथ रहने वाले लोगों से उन्हें अलग किया और सुशांत की मौत के बाद वह बस सॉरी बाबू कहने और छूने के लिए मुर्दाघर गईं। यूजर का कहना है कि उन्होंने साजिश के तहत सुशांत का मर्डर किया है। अब वह बस नाटक कर रही हैं।”
वहीं एक यूजर ने रिया और सुशांत के पड़ोसी पर सवाल करते हुए ट्वीट किया कि “उनके पड़ोसी ने बताया है वह 13 जून की रात सुशांत के कमरे की लाइट जल्दी बंद हो गई थी। यह सब बस ध्यान भटकाने के लिए कहानियां बनाई जा रही हैं। वहीं मुर्दाघर में शव के पास जाकर सॉरी बाबू कहे जाने की कहानी को भी बनाया जा रहा है।”
इस पूरे मामले में फिल्म मेकर सुरजीत राठौर ( Film maker Sujit Rathore ) जोकि सुशांत के दोस्त हैं। उन्होंने 15 जून को अस्पताल में हुई चीज़ों के बारें में बताया। जिसके बाद सवालों के घेरों में मुंबई पुलिस (Mumbai Police ) भी आ गई। उन्होंने बताया कि 11 बजे के पास वह अस्पताल पहुंचे थे। वहां 11:30 के आसपास उनके दोस्त सूरज सिंह पहुंचे और उन्होंने कहा कि रिया चक्रवर्ती सुशांत ( Sushant Rhea ) का चेहरा देखने चाहती है। जिसके बाद उन्होंने पुलिस से बात और रिया को सुशांत के पास ले जाया गया। जैसे ही सुशांत के मुंह से चादर हटाई गई। रिया ने उनकी सीने पर हाथ रखकर कहा कि सॉरी बाबू। वह 5 से 7 मिनट से तक ही वहां रोके थे।