
रोहित शेट्टी ने बताया कि हिंदी सिनेमा में अपना करियर शुरू करने के दौरान अक्सर फिल्म सेट पर चोटों का सामना करना पड़ता था। रोहित ने उस समय के बारे में खुलासा किया जब उनकी मां ने 1972 की फिल्म 'सीता और गीता' में हेमा मालिनी की बॉडी डबल के रूप में काम किया था।
हड्डियां तोड़ना फॅमिली बिजनेस
मीडिया को इंटरव्यू के दौरान रोहित शेट्टी ने बताया कि 'हड्डियां तोड़ना' उनका 'पारिवारिक बिजनेस' है। “मेरी माँ एक स्टंटवुमन थीं। उन्होंने सीता और गीता की। जिस हेमा मालिनी को आप पंखे पर देख रहे हैं, वह वास्तव में मेरी माँ हैं,'' शेट्टी ने याद किया, और यह भी कहा कि उन्होंने अनुभवी स्टार वैजंतीमाला की बॉडी डबल की भूमिका भी निभाई थी। “वैजंतीमाला सीढ़ी से नीचे लुढ़क रही है - मेरी मां हैं।”
पिता के बारे में क्या बोले रोहित?
पिता के बारे में बात करते हुए, उन्होंने बताया कि, “उन्होंने दीवार, यादों की बारात, ग्रेट गैम्बलर, डॉन, एन इवनिंग इन पेरिस और त्रिशूल में एक्शन सीन्स का डायरेक्शन किया। उन्होंने ग्लास ब्रेक ट्रेंड शुरु किया जिसमें बहुत सारे कट लगे। वो खून के धब्बे और टांके लेकर घर आया करते थे।
माता-पिता को दिया क्रेडिट
अपने कार स्टंट के लिए जाने जाने वाले रोहित शेट्टी का कहना है कि ये सभी हाई-ऑक्टेन एक्शन सीक्वेंस उनके माता-पिता के एक्शन स्टंट का परिणाम हैं। “इसीलिए मैं ऐसा हूं। ये एक पारिवारिक व्यवसाय है जो हड्डियाँ तोड़ देता है। अपनी हड्डियाँ तोड़ना हमारे डीएनए में है''।
Updated on:
24 Jan 2024 07:46 pm
Published on:
24 Jan 2024 07:41 pm
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