इकट्ठा की जानकारी
‘इंटरनेट से मिले सुझाव के बाद उन्हें और भी कई तरह कि जानकारी प्राप्त हुईं। किसी ने उन्हें बताया कि कोई इस मिल्क से फेस पैक्स तैयार करते हैं। तो कुछ लोग इसका उपयोग अपने बच्चों को नहलाने में करते है। लेकिन ये सब के लिए ब्रेस्ट मिल्क दूध की बर्बादी थी। फिर मैंने इसे किसी जरूरतमंद को देने का फैसला लिया। मैंने ब्रेस्ट मिल्क डोनेशन के बारे में पता किया।’
निधि ने बताया कि अपने ब्रेस्ट मिल्क को सही जगह तक पहुचाने के लिए मैने मुंबई के खार स्थित सूर्या हॉस्पिटल से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि आप सूर्या अस्पताल में दूध डोनेट कर सकती हैं। तब तक मेरे फ्रिज में 150 मिलीलीटर के 20 पैकेट इकट्ठा हो चुके थे। जो इस समय काफी काम आए। अब यह हॉस्पिटल काफी सुरक्षित तरीके से घर से दूध ले जाता है। अब तक वो 40 लीटर दूध दान में दे चुकी हैं।
निधि की मदद से अस्पताल का मिल्क बैंक हुआ फिर से शुरू
निधि ने बताया कि इस साल के मई माह से लगभग 40 लीटर दूध डोनेट कर चुकी हैं। अब वो हर 15 से 20 दिन के अंतराल में अस्पताल को ब्रेस्ट मिल्क दान में दे देती हैं।’ लॉकडाउन में निधि की मदद से हॉस्पिटल को अपना मिल्क बैंक फिर से शुरू करने में मदद मिली. बता दें कि यह दूध प्रीमेच्योर बच्चों को बचाने में बेहद उपयोगी होता है।