इस मामले में पहले मंगलवार को सुनवाई हुई थी। तब कोर्ट ने सभी पक्षों से जवाब दाखिल करने को कहा था। जिसके बाद गुरुवार को सभी पक्षों ने अपने जवाब दाखिल किए थे। इस केस में सरकार की तरफ से वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह, महाराष्ट्र सरकार की तरफ से एएम सिंघवी, रिया चक्रवर्ती की तरफ से वकील श्याम दीवान और सुशांत सिंह राजपूत के परिवार की ओर से वकील विकास सिंह ने कोर्ट के समक्ष अपना पक्ष रखा था।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में उनके पिता केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) और उनके परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। इस एफआईआर में उन्होंने रिया और उनके परिवार पर सुशांत को खुदकुशी के लिए उकसाने और करोड़ों रुपए के हेरफेर जैसे आरोप लगाए थे। जिसके बाद रिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी कि केस को मुंबई ट्रांसफर कर दिया जाए। रिया ने यह दलील दी थी कि बिहार में दर्ज एफआईआर का इस केस से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन अब इस केस की जांच सीबीआई करेगी।
वहीं, सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने अपनी खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि ये अन्याय के खिलाफ जीत है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रमाणित किया कि हम लोग सही थे।