सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की विसेरा रिपोर्ट सामने आ गई है। एम्स (AIIMS) की पांच डॉक्टरों की टीम ने इसे सीबीआई को सौंप दिया है। इस रिपोर्ट में कई बड़े दावे और खुलासे किए गए हैं।
नई दिल्ली | सुशांत सिंह राजपूत केस (Sushant Singh Rajput case) की जांच सीबीआई (CBI) कर रही है। सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए एम्स (AIIMS) में पांच डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई थी। जो कूपर अस्पताल द्वारा बनाई गई रिपोर्ट की जांच कर रही थी और 20 प्रतिशत विसरा के आधार पर काम कर रही थी। अब एम्स की टीम ने सुशांत की विसरा रिपोर्ट (Sushant Visera report) सीबीआई को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में कई बड़े खुलासे किए गए हैं। सामने आई जानकारी के मुताबिक, एम्स की टीम ने विसरा में जहर होने की बात से इंकार किया है। हालांकि एम्स की रिपोर्ट कूपर हॉस्पिटल की भूमिका पर कई बड़े सवाल करती है।
एम्स के डॉक्टरों ने रिपोर्ट में ये कहा है कि कूपर अस्पताल की तरफ से सुशांत की रिपोर्ट को लेकर कई लापरवाहियां बरती गई हैं। सुशांत की मौत का समय ना मेंशन होना। सुशांत के गले पर बने निशान का जिक्र ना किया जाना। ऐसे कई अहम सवाल हैं जिसका जवाब रिपोर्ट में नहीं दिया गया है। कूपर अस्पताल और मुंबई पुलिस को रिपोर्ट क्लीन चिट नहीं देती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सुशांत की जांच के लिए मुंबई पुलिस पहले ही 80 प्रतिशत विसरा इस्तेमाल कर चुकी है। जिसके बाद 20 प्रतिशत विसरा के आधार पर ही एम्स के डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट बनाई है।
सुशांत की पहली विसरा रिपोर्ट में भी जहर ना पाए जाने की बात कही गई थी। हालांकि सीबीआई को रिपोर्ट मिलने के बाद कूपर अस्पताल शंका के घेरे में है। बता दें कि सुशांत 14 जून मुंबई के अपने बांद्रा वाले फ्लैट में मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस ने कुछ ही देर में इसे सुसाइड बताया था। हालांकि दिवंगत एक्टर के करीबी और चाहने वाले इसका विरोध करते रहे। मुंबई पुलिस की पड़ताल में कुछ भी सामने ना आने के बाद सुशांत के पिता ने बिहार में रिया चक्रवर्ती समेत 6 के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। बिहार पुलिस के हरकत में आने के बाद मुंबई पुलिस के रूखे रवैये ने शक को और बढ़ा दिया। जिसके बाद सुशांत केस को कोर्ट ने सीबीआई को सौंप दिया।