
Amitabh Bachchan
कोरोना वायरस महामारी के बीच बॉलीवुड सितारें अपने फैंस और लोगों को सोशल मीडिया के जरिए लगाातर इससे पार पाने के लिए सुझाव और सावधानियां शेयर कर जागरूक कर रहे हैं। इस लिस्ट में अमिताभ बच्चन का नाम सबसे ऊपर लिया जा सकता है। वे सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने के साथ अपने फैंस के साथ कोरोना से जुड़ी जानकारी शेयर कर रहे हैं। इस बीच बिग बी का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इसके बाद कई ऐसे दावे भी सामने आ रहे हैं कि अमिताभ इस वीडियो में गलत जानकारी दे रहे हैं। इस वीडियो में वे कह रहे हैं कि हमारा देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है और आप सबको इस लड़ाई महत्तवपूर्ण भूमिका निभानी है।
मल में एक महीने तक जिंदा रहता है कोरोना वायरस
वीडियो में उनका कहना है कि क्या आप जानते हैं चीन के विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस का मरीज ठीक होेने के बाद भी उनके मल में वायरस कई हफ्तों तक जिंदा रहता है और उसके मल पर अगर मक्खी बैठी और वो कही दूसरी जगह जाकर बैठती है तो इससे भी कोरोअगअगना फैलता है। इसलिए बहुत ही आवश्यक है कि कोरोना से लड़ने के लिए ठीक हुए मरीजों को कई हफ्तों तक अपने परिवार से अलग और सेल्फ आइसोलेशन में रहना चाहिए।
इसलिए मचा बवाल
दरअसल, अमिताभ का यह वीडियो वायरल होने के बाद कई ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि इस वीडियो में बिग बी गलत जानकारी दे रहे हैं। दावों में कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस रेस्पिरेटरी सीक्रिशन से होता है। ऐसे में कोराना मानव मल से कैसे फैल सकता है? कुछ इस वीडियो को शेयर कर रहे है तो कुछ जमकर आलोचना कर रहे हैं।
यह है सच्चाई
अमिताभ का कहना है कि मल में कोरोना वायरस कई हफ्तों तक पॉजिटिव रहता है जबकि स्टडी के मुताबिक, कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं कि मानव के मल में वे निगेटिव आए जबकि श्वास सैंपल में वे पॉजिटिव पाए गए। लेकिन इस स्टडी में पाया गया कि मरीज जब श्वास सैंपल में निगेटिव हो जाए उसके बाद भी मल में करीब 5 हफ्तों तक पॉजिटिव रह सकता है। इस बात को समझाने के लिए अमिताभ बच्चन ने मक्खी-मच्छर के उदाहरण दिए हैं। इस स्टडी की खास बात है कि यह स्टडी कोविड के स्ट्रेन SARS-CoV-2 पर आधारित है।
Updated on:
27 Mar 2020 10:51 am
Published on:
27 Mar 2020 10:27 am
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