साल 1968 में फिल्म ‘मन का मीत’ से विलेन के रोल से अपने कॅरियर की शुरुआत करने वाले एक्टर विनोद खन्ना को सनील दत्त ने लॉन्च किया था। इसके बाद उन्होंने ‘पूरब और पश्चिम’, ‘सच्चा झूठा’ जैसी फिल्मों में सहायक या खलनायक के रूप में काम किया। इसके बाद उन्हें गुलजार द्वारा निर्देशित ‘मेरे अपने’ (1971) से विनोद खन्ना को चर्चा मिली और उनका समय शुरू हो गया। इंडस्ट्री में उनका नाम एक और बात को लेकर चर्चित था। कहा जा रहा है कि जब विनोद खन्ना किसी भी फिल्म की शूटिंग करते थे वो किरदार में इतना खो जाते थे, तो सबकुछ एक्टिंग न होकर सचमुच रियल लगता था। यही नहीं कई बार तो वह इंटीमेट सीन में भी बेकाबू हो चुके हैं। इसी के चलते कई एक्ट्रेसेस तो उनके साथ रोमांटिक सीन करने से डरती थीं।
एक बार फिल्म ‘दयावान’ के दौरान माधुरी दीक्षित के साथ इंटीमेंट सीन देते हुए विनोद खन्ना अचानक से बेकाबू हो गए और किस सीन करने के दौरान उनके होंठ तक काट लिए थे। हद तो तब हो गई थी जब बार-बार कट बोलने के बाद भी वह माधुरी को किस करते रहे। इसके बाद में इस सीन को लेकर माधुरी की खूब आलोचना भी हुई थी। वहीं फिल्म ‘प्रेम धरम’ के दौरान भी डायरेक्टर के कट करने के बाद भी विनोद खन्ना एक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया को भी किस करते रहे। इस बात से डिंपल इतनी नाराज हो गईं कि विनोद के मांफी मांगने के बाद भी वह नहीं मानी। इसके बाद फिल्म के डायरेक्टर महेश भट्ट को माफी मांगनी पड़ी थी तब जाकर इसकी शूटिंग आगे शुरू हुई।