दरअसल, ऑनलाइन सुनवाई में जैसे जूही चावला ने जॉइन किया तो उनको देखकर किसी ने साल 1993 में रिलीज हुई उनकी फिल्म ‘हम हैं राही प्यार के’ का एक लोकप्रिय गीत, ‘घूंघट की आड़ से दिलबर का…’ गुनगुनाना शुरू कर दिया। जिससे सुनवाई बाधित हो गई। ऐसे में न्यायमूर्ति जे आर मिधा ने कहा, “कृपया इसे म्यूट करें”। वहीं, जूही चावला की ओर से पेश वकील दीपक खोसला ने कहा, “मुझे आशा है कि इसे किसी प्रतिवादी द्वारा हटाया नहीं जाएगा।”
इसके बाद सुनवाई को आगे बढ़ाया गया कि फिर किसी ने गाना गा दिया। इस बार किसी ने ‘लाल लाल होठों पे गोरी किसका नाम है’ गाना गाया। जिसे सुनवाई से हटा दिया गया। ये सिलसिला यहीं नहीं रुका। इस बार किसी ने ‘मेरी बन्नो की आएगी बारात’ गा दिया। जिसके बाद जज ने व्यक्ति की पहचान कर अवमानना नोटिस जारी करने का आदेश दिया। कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट के आईटी डिपार्टमेंट को उस व्यक्ति की पहचान करने और आवश्यक कार्रवाई का आदेश दिया।
बता दें कि जूही चावला ने सोमवार को कोर्ट में 5जी वायरलेस नेटवर्क स्थापित करने के खिलाफ पिटीशन फाइल की थी। इसमें एक्ट्रेस ने नागरिकों, जानवरों, वनस्पतियों और जीवों पर इस प्रौद्योगिकी के विकिरण के प्रभाव संबंधी मुद्दों को उठाया है।