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इस मशहूर एक्ट्रेस ने CAA को बताया अंग्रेजों के काले कानून जैसा, कहा- गरीबों और मुसलमानों को…

उर्मिला ने कहा कि 'वर्ष 1919 में दूसरा विश्वयुद्ध खत्म होने के बाद ब्रिटिशर्स को पता था कि हिंदुस्तान में असंतोष फैल रहा है और ये असंतोष बाहर आने वाला है इसलिए ....

urmila matondkar
urmila matondkar

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) का देशभर में विरोध किया जा रहा है। इसमें आम लोगों के साथ-साथ बॉलीवुड सेलेब्रिटीज भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक्ट्रेस और कांग्रेस की पूर्व नेता उर्मिला मातोंडकर ने सीएए को काला कानून बताया है। अपने इसी बयान के बाद उर्मिला मातोंडकर को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। कुछ यूजर्स ने उन्‍हें 'वॉट्स ऐप यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर' कह दिया है तो कई यूजर्स इस पर मीम्‍स बनाकर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं।

बिना सबूत जेल में डालने की अनुमति
उर्मिला ने कहा कि 'वर्ष 1919 में दूसरा विश्वयुद्ध खत्म होने के बाद ब्रिटिशर्स को पता था कि हिंदुस्तान में असंतोष फैल रहा है और ये असंतोष बाहर आने वाला है इसलिए वो एक कानून लेकर आए थे। वो कानून रोलेट एक्ट के नाम से मशहूर हुआ क्योंकि वो कानून रोलेट के डेलिगेशन द्वारा लाया गया था। उस कानून के मुताबिक किसी भी शख्स को देश विरोधी गतिविधियां करने पर बिना किसी पूछताछ और सबूत के जेल में डालने की अनुमति सरकार को थी।'

गरीबों और मुसलमानों के खिलाफ हैं कानून
उन्होंने आगे कहा कि वो 1919 का कानून और आज 2019 का सीएए कानून है। ये दोनों कानून इतिहास में काले कानून के नाम से दर्ज होंगे। आज जिस तरह लोग रास्ते पर उतर रहे हैं और उस वक्त जिस तरह से लोग रास्ते पर उतरे थे मैंने वो वक्त देखा तो नहीं लेकिन जिस तरह से मैंने पढ़ा है ये उसकी याद दिलाते हैं। ये कानून गरीबों के खिलाफ हैं और वो गरीब कोई भी गरीब शख्स हो सकता है। ऐसा एहसास दिलाया जाता है कि ये कानून मुसलमानों के खिलाफ है।

इन सितारों ने किया सीएए-एनआरसी का विरोध
उर्मिला के अलावा कई सितारों ने भी सीएए-एनआरसी के खिलाफ आवाज उठाई है जिनमें अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू, ऋचा चड्ढा, अली फजल, विशाल भारद्वाज, जोया अख्तर, फरहान अख्तर, अनुभव सिन्हा, स्वरा भास्कर जैसे सितारे शामिल हैं।