दरअसल, साल 2018 में आई फिल्म फ्राइडे में वरुण वर्मा के साथ गोविंदा ने काम किया, लेकिन फिल्म ज्यादा अच्छी साबित नहीं हो पाई और इसकी कमाई भी कुछ खास नहीं थी। इस फिल्म को अच्छा रिस्पॉन्स ना मिलने को लेकर गोविंदा का कहना था कि इस फिल्म को ज्यादा थिएटर नहीं मिला, जिस वजह से यह फिल्म ज्यादा खास कमाल नहीं कर पाई। वहीं फिल्म के रिलीज होने के बाद जब मीडिया से गोविंदा ने बात की तो वह अपने दर्द को ज्यादा समय तक मन में छुपा ना सके और वह उनकी जुबां पर आ ही गया।
मीडिया से चर्चा करते वक्त गोविंदा ने कहा कि 9 साल का मेरे पास पूरा लेखा जोखा है, लेकिन ऐसा मेरे साथ सालों से किया जा रहा है। मैं पॉलिटिक्स से काफी दूर हूं, मुझे किसी से कोई प्रॉब्लम नहीं है, ना ही किसी से कोई तकलीफ है। ना ही मैं किसी से कोई गलत शब्द कहता हूं। मैं तो सिर्फ हाथ जोड़े घूम रहा हूं। कुछ लोगों पर आरोप लगाते हुए गोविंदा ने आगे कहा कि इंडस्ट्री में कुछ ऐसे शख्स भी है जो मेरी फिल्म रिलीज नहीं होने देना चाहते हैं और अगर फिल्म रिलीज हो भी जाए तो वह इसे थिएटर नहीं मिलने देते हैं। जिस वजह से मुझे कोई बेनिफिट नहीं हो रहा है।
आगे गोविंदा कहते हैं कि एक आदमी सह सकता है 2 साल 3 साल, मुझे सहते सहते 9 साल हो गए हैं। पता नहीं क्या दिक्कत है, मुझसे कहां दिक्कत आ रही है और ऐसा क्या हो गया है। किसी के लिए मैंने किसी के साथ तो कोई बुरा भी नहीं किया है, यह बात मेरी समझ में नहीं आ रही है।वही डेविड धवन के साथ कई सफल फिल्में देने के बाद उनके बारे में भी कई मौके पर गोविंदा ने बात कही है। गोविंदा बताते हैं कि जब मैं राजनीति को छोड़ दोबारा से फिल्म में अपनी किस्मत आजमाने आया था, तब मुझे जानना था कि डेविड धवन मुझे दोबारा काम देना चाहते हैं या नहीं। जिसके लिए गोविंदा ने अपने किसी दोस्त के जरिए डेविड धवन को फोन करवाया था, जिस पर डेविड को यह कहते हुए सुन लिया था कि गोविंदा को अब कोई हीरो वाला रोल नहीं देगा। यह बात गोविंदा के कान में पड़ते हैं, उन्हें बहुत चुभू थी और उसके बाद गोविंदा ने कभी डेविड धवन के साथ कभी काम नहीं किया।