अभिनेता अन्नू कपूर ने एक रेडियो शो में इस किस्से का जिक्र किया था। उन्होंने बताया था कि जब पहली डिलिवरी होने के बाद हेमा मालिनी काम की तलाश में थीं। उसी दौरान इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उन्हें एक नोटिस भेजा। नोटिस के मुताबिक उन्हें एक करोड़ रुपए का जुर्माना भरना था। इतनी बड़ी रकम एक साथ जुटाकर टैक्स भरना उनके लिए काफी मुश्किल था। हेमा ने धर्मेन्द्र से भी मदद नहीं ली। इन्हीं दिनों उनके पिता का भी देहांत हो गया था। भाई का बिजनेस भी ठीक नहीं चल रहा था।
ऐसे में हेमा ने अपना केस मद्रास से मुंबई ट्रांसफर करा लिया। कोई भी बड़ा बैनर उन्हें काम देने के लिए तैयार नहीं था। ऐसे में पैनल्टी भरने के लिए उन्होंने ‘रामकली’ नाम की एक बी ग्रेड फिल्म में काम किया। इस फिल्म में उनका डबल रोल था। हेमा ने मजबूरी में बिना कुछ सोचे-समझे इसे साइन कर लिया। हालांकि उन्होंने अपनी इमेज का ध्यान रखते हुए श्याम रलहन से गुजारिश की थी कि फिल्म के पोस्टर शहर के बाहर छोटे सिनेमाघरों में ही लगवाएं। इस फिल्म के बाद दूसरे बीग्रेड फिल्म मेकर्स ने भी हेमा मालिनी को अप्रोच करना शुरू किया और उन्हें साइन करने उनके बंगले पर पहुंच जाया करते थे।