उनके तेवर से जुड़ा एक वाकया तो ऐसा है, जिसमें उन्होंने एक मशहूर डायरेक्टर के ऑफर को यह कहकर दिया कि उनके कुत्ते को भी यह पसंद नहीं आई। शायद आपको पाता ना हो कि राज कुमार रामानंद सागर के बहुत अच्छे दोस्त थे आपको एक बात बताते हैं जो की 90 के दशक की है। जब राज कुमार की ‘पुलिस और मुजरिम’, ‘इंसानियत का देवता’ जैसी फिल्में बहुत अच्छा कारोबार करने में असफल थीं। उनका करियर ढलान पर था। तब उनके अच्छे दोस्त होने के कारण डायरेक्टर रामानंद सागर ने राजकुमार, अपनी फ़िल्में ‘जिंदगी’ और ‘पैगाम’ में काम दिया।
एक बार रामानंद सागर अपनी फिल्म ‘आंखें’ में लीड रोल का ऑफर लेकर राज कुमार से मिलने उनके घर पहुंचे। रामानंद ने राज कुमार से बोला कि वह चाहते हैं कि राजकुमार उनकी इस फिल्म में लीड रोल प्ले करें जिसके लिए उन्होंने दस लाख रुपये की पेशकश भी की। उस वक्त राज कुमार अपने ड्राइंगरूम में बैठे अपने अंदाज में सिगार पी रहे थे। रामानंद सागर का ऑफर सुनकर कुछ पल के लिए तो राज कुमार खामोश रहे। यह ऑफर सुनकर राज कुमार ने अपने कुत्ते को आवाज दी। कुत्ता राज कुमार के पैरों के पास आकर बैठ गया। राज कुमार ने सिगार का कश लगाते हुए अपने कुत्ते से कहा, “जानी, तुम्हें क्या लगता है कि सागर साहब का ऑफर स्वीकार करना चाहिए या नहीं?” कुत्ता कुछ पल राज कुमार की ओर टक-टकी लगाए देखता रहा, फिर गर्दन हिलाकर भौंकने लगा।