गुरु दत्त को भले ही चाहने वाले लाखों लोग थे। लेकिन अभिनेता शायद खुद को नहीं चाहते थे। एक समय ऐसा भी आया था उनके जीवन में जब वह डिप्रेशन का शिकार हो गए थे। चलिए जानते हैं आख़िर क्यों गुरु दत्त ने अपने जन्मदिन पर गिरवा दिया था ख़ुद का आलीशान बंगला।
हिंदी सिनेमा के जाने माने लेजेंडरी एक्टर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर गुरु दत्त को उनकी कल्ट फिल्मों के लिए हैं। गुरु दत्त ने अपने करियर में काफी बेहतरीन फिल्म की हैं। जैसे कि – भरोसा, ‘साहिब बीवी और गुलाम, ‘चौदहवीं का चांद, ‘कागज़ के फूल, प्यासा, जैसी फ़िल्मों के नाम शामिल हैं। गुरु दत्त के पास सब कुछ होते हुए भी वह अपनी जीवन से बिलकुल खुश नहीं थे।
गुरु दत्त की फैंन फोलोइंग काफी शानदार हो गई थी। दर्शक उनकी एक्टिंग के दिवाने हुआ करते थे। लेकिन सब कुछ होने के बावजूद भी एक्टर शायद खुद की जिदंगी से प्यार नहीं किया करते थे। वह इसी कारण डिप्रेशन का शिकार हो गए थे। उन्होने करीबन 2 बार आत्म हत्या करने की कोशीश भी कि थी।
गुरु दत्त की दिमागी स्थति इतनी ज्यादा खराब हो गई थी कि वह अपने आलीशान बंगले को गिरवा दिया था। कहा तो यह भी जाता था कि उन्हे नींद नहीं आती थी। जिसके कारण वह सोने के लिए डेली नींद की गोलिया लिया करते थे। जिससे उन्हें नींद आ जाएं। दरअसल, उनकी पर्सनल लाइफ़ में काफ़ी उथल-पुथल चल रही थी. गीता दत्त से उनकी शादी हो चुकी थी। मगर उसके बाद उनकी ज़िंदगी में वहीदा रहमान आ गईं। इस वजह से गीता और उनके बीच अनबन हो गई।
आपको बता दे कि वह काफी ज्यादा वहीदा रहमान से प्यार करते थे लेकिन वहीदा रहमान के साथ भी उनक रिश्ता नहीं चला और वह काफी ज्यादा परेसान हो गए थे। पहली पत्नी गीता से भी उनका झगड़ा अक्सर चलता रहता था। एक बार उनके करीबी दोस्त ने उनसे पूछा था कि तुम सुसाइड क्यों करना चाहते हो।
गुरु दत्त ने इस पर कहा था कि मैं जीवन से नहीं बल्कि खुद से परेशान हो गया हूं इसलिए करना चाहता था सुसाइड। मेरी जिदंगी ठीक हो जाएंगी लेकिन मुझे उसके लिए अकेले रहने कि जरुरत हैं। मैं किसी के साथ नहीं रहना चाहती हूं।
बंबई के पॉश इलाके पाली हिल में गुरुदत्त का आलीशान बंगला था। जो कि काफी आलीशान था। यह बंगला भले ही दूसरे के लिए आलीशान हो मगर गुरुदत्त की बीवी को यह बंगला बिलकुल पंसद नहीं था। उऩ्हे लगता था कि यह बंगला भुतिया हैं। जिसके चलते अभिनेता ने अपने जन्मदिन 9 जुलाई को अपना ही आलीशान सा बंगला गिरवा दिया था।