
nirmala sitharaman
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का पहला पेपरलेस बजट पेश किया है। उन्होंने बजट भाषण की शुरुआत में नोबेल पुरस्कार विजेता साहित्यकार और कवि रवींद्रनाथ टैगोर की एक लाइन का जिक्र किया। सीतारमण ने कोविड महामारी से भारत की लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा, मैं रवींद्रनाथ टैगोर की एक लाइन का जिक्र करना चाहूंगी जिन्होंने कहा था, 'Faith is the bird that feels the light and sings when the dawn is still dark.'मतलब विश्वास वह चिड़िया है जो सुबह के अंधेरे में भी रोशनी महसूस कर लेती है और गाती है।' सीतामरण ने कहा कि इतिहास में यह पल एक नए युग की सुबह का है, जिसमें भारत उम्मीद की भूमि बनने की ओर अग्रसर है। उनकी कविता को बंगाल चुनाव को जोड़कर देखा जा सकता हैै।
केंद्र सरकार ने हरसंभव की मदद
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि कोरोना के संकट के दौरान केंद्र सरकार ने गरीबों की हरसंभव मदद की। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान छोटे-मझोले उद्योगों की सरकार ने मदद की और 'आत्मनिर्भर भारत' के तहत कुल 27.1 लाख करोड़ रुपये का पैकेज जारी किया। सीतारमण ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में अभूतपूर्व मंदी आई, बावजूद इसके भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया।
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लॉकडाउन में उठाए कदम गिनाए
वित्त मंत्री ने भाषण की शुरुआत में कहा कि यह बजट ऐसी परिस्थितियों में तैयार किया गया है जो पूर्व में कभी नहीं थी, 2020 में हमने कोविड-19 के साथ क्या-क्या सहन किया उसका कोई उदाहरण नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2.76 लाख करोड़ रूपये की पीएम गरीब कल्याण योजना घोषित की, इसके साथ ही 800 मिलियन लोगों के लिए मुफ्त खाद्यान उपलब्ध कराया। पीएम ने 80 मिलियन परिवारों को कई महीनों तक मुफ्त गैस मुहैया कराया, 40 मिलियन से अधिक किसानों, महिलाओं, गरीबों के लिए सीधे नकद राशि मुहैया कराई।
Published on:
01 Feb 2021 12:39 pm
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