
बुलंदशहर। लॉकडाउन की वजह से देश आर्थिक रूप से भी कमजोर हुआ है। उद्योग धंधे, कारोबार आदि पूरी तरह ठप है। कंपनी बंद होने के बाद मजूदरों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है। भूखे-प्यासे मजदूर सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं। रविवार को जिले में 125 बसों से 4200 मजदूर जनपद पहुंचे। जिन्हें विभिन्न यूपी के जिलों के लिए रवाना किया गया।
कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में मजदूर बेबस दिखाई दे रहे है। कंपनी व अन्य कारोबार ठप होने की वजह से उनके सामने खाने की समस्या खड़ी हो गई है। लेकिन इतना पैसा नहीं कमाया। जितना कष्ट झेलना पड़ रहा है। जितने मजदूर बसों से आ रहे हैं। करीब उतने ही मजदूर पैदल सफर तय कर रहे हैं। एडीएम प्रशासन रविंद्र कुमार ने बताया कि 125 बसें मजूदरों को लेकर बुलंदशहर पहुंची। इनमें करीब 4200 मजदूर पहुंचे। सभी की थर्मल स्क्रीनिंग और खानपान की व्यवस्था कर गृह जनपद के लिए रवाना किया गया।
बादयुं के रहने वाले विनय ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने बड़ी मुसीबत उठाई है। ये 18 मार्च को गुडगांव गए थे। उसके बाद लॉकडाउन हो गया। उन्होंने कहा कि अब वापस नहीं लौटेंगे। अपने क्षेत्र में ही मजदूरी व खेती कर जीवन यापन करेंगे।
Updated on:
18 May 2020 11:11 am
Published on:
18 May 2020 11:07 am
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