
बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गेहूं खरीद केंद्रों पर 400 बोरा गेहूं सरकारी सिस्टम की बदइंतजामी की भेंट चढ़ गया। बुलंदशहर नवीन मंडी स्थित क्रय केंद्र पर खुले आसमान के नीचे रखे गेहूं के 400 बोरे भीग गए। वहीं, तेज बारिश से गेहूं और सरसों की फसल को भी नुकसान पहुंचाया है।
गुरुवार को हुई है तेज बारिश
कोरोना महामारी के दौर में गेहूं भीगने की तस्वीर सामने आई है। किसानों पर यह मुसीबत बुलंदशहर में सामने आई है। बुलंदशहर में गुरुवार को तेज बारिश हुई थी। इससे नवीन मंडी स्थित क्रय केंद्र पर भारी मात्रा में गेहूं भीग गया। बता दें की बुलंदशहर में 15 अप्रैल से गेहूं की खरीद चल रही है। केंद्र पर गेहूं रखरखाव के माकूल इंतज़ाम होने चाहिए लेकिन बुलंदशहर में ऐसा नहीं था। नतीजतन केंद्र पर रखा गेहूं बारिश में भीग गया। भीगे गेहूं के बोरों की संख्या 400 बताई जा रही है। मिनी ट्रक में लदा गेहूं भी भीग गया है।
किसान ने मांगा मुआवजा
वहीं, बारिश में गेहूं और सरसों की फसल भीगने से किसानों की पेशानी पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। बताया गया है कि तेज बारिश से किसानों को थ्रेशिंग मशीन के पहियों को रोकना पड़ा। बारिश में भीगने से खेतों में कटी हुई फसल और भूसे की गुणवत्ता पर भी सीधा असर पड़ेगा। किसान के मुताबिक, गेहूं की खड़ी और कटी दोनों फसलों को नुकसान है। खेतों में कटी हुई गेहूं की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है। किसान जावेद ने कहा कि पहले ही किसान परेशान है। अब ऊपर वाले ने तो बर्बाद ही कर दिया है। किसान नदीम ने सरकार से मुआवजा दिलाने की बात कही है। केंद्र पर मौजूद कर्मचारी लियाकत ने बताया कि बारिश से काफी गेहूं भीग गया है। बारिश का पानी प्लेटफॉर्म के ऊपर आ गया था।
Updated on:
24 Apr 2020 01:18 pm
Published on:
24 Apr 2020 12:24 pm
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