
जब ये 15 साल की बेटी बनीं शहर कोतवाल तो पहले ही दिन दो सिपाहियों को छुट्टी पर भेजा
बुलंदशहर. संतोष इंटरनेशनल स्कूल की कक्षा आठीं की छात्रा गुलफिशां को गुरुवार को एक दिन के लिए शहर कोतवाल बनने का मौका मिला। कोतवाल की कुर्सी पर बैठने के बाद गुलफिशां ने अपनी पावर के तहत दो आरक्षियों की छुट्टी सेंक्शन की। बाद में थाने की जीप उसे उसके गांव तक छोड़कर आई। कोतवाल की कुर्सी पर बैठने के बाद गुलफिशां को यह एक सपने के बराबर लग रहा था और वह बेहद खुश थी। दरअसल, बुलंदशहर जनपद के गांव कलौली निवासी गुलफिशां ने बीती 4 अगस्त को सड़क सुरक्षा अभियान पर रोटरी क्लब बुलंदशहर फ्रेंड्स द्वारा आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में अन्य विद्यालयों के बच्चों के साथ भाग लिया था।
इस प्रतियोगिता का आयोजन एएसपी प्रमोद कुमार ने कराया था। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ ड्राइंग पर 6 स्कूलों के 24 बच्चों का चयन किया था। इन में गुलफिशां की ड्रॉइंग सर्वाधिक सराही गई। यानी वह पहले स्थान पर रही। इसी सिलसिले में इन बच्चों को सम्मानित करने के लिए गुरुवार के दिन सभी चयनित 24 बच्चों को बुलंदशहर जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्ण बहादुर सिंह ने पुलिस ऑफिस पर बुलाकर सम्मानित किया।
इस मौके पर एसपी देहात रईस अख्तर, एएसपी प्रमोद कुमार और रोटरी क्लब के सूर्य भूषण मित्तल मौजूद रहे। आरआई रेडियो शाहनवाज हुसैन ने सभी बच्चों को पुलिस ऑफिस, पुलिस लाइन और कंट्रोल रूम का भ्रमण कराया। इस दौरान इन बच्चियों को पुलिस व्यवस्था की पूरी जानकारी दी गई। इसके बाद सभी बच्चे ऊपरकोट कोतवाली पहुंचे। जहां छात्रा गुलफिशां को एक दिन का कोतवाल बनने का मौका मिला। इस मौके पर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धनंजय मिश्रा ने सभी बच्चों का स्वागत किया और उन्हें कोतवाली का भ्रमण कराया।
Published on:
16 Aug 2018 07:22 pm
बड़ी खबरें
View Allबुलंदशहर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
