रामवीर कश्यप Bulandshahr के अहमदगढ़ थाना क्षेत्र के डोमला ढकनंगला गांव में रहते थे। वो गांव के पूर्व प्रधान थे। रामवीर सुबह अपनी बाइक से पोतियों को स्कूल छोड़ने प्राथमिक विद्यालय ढोगला हसनगढ़ गए थे। वापस लौटते समय डोमला के हसनगढ़ में बाइक सवार अपराधियों ने उनपर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि वो रास्ता सुनसान था जहां अपराधियों ने मौका पाकर उनपर हमला कर दिया।
रामवीर के भाई ने क्या कहा
घटना की सूचना मिलते ही परिवार वाले भागते हुए मौके पर पहुंचे। रामवीर के भाई धर्मवीर कश्यप ने बतया कि वो रोज अपने पोतियों को बाइक से छोड़ने जाते थे और उधर से अकेले लौटते थे। उनके दो बेटे गाजियाबाद में नौकरी करते हैं। वो गांव में अपने परिवार के साथ रहते थे। अपराधियों ने हत्या से पहले रेकी की थी।
मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही Bulandshahr एसएसपी देहात रोहित मिश्रा मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ की। एसएसपी ने कहा “मामला आपसी रंजिश का लग रहा है। घटनास्थल से कुछ सुबूत मिले हैं। आसपास के CCTV भी चेक किये जा रहे हैं। पुलिस की 6 टीमें जांच में लगी हुई हैं।” कांग्रेस ने क्या कहा
घटना की नींदा करते हुए UP कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा “उत्तर प्रदेश में अपराधियों के बुलंद हौसले के आगे कानून व्यवस्था बिल्कुल पस्त नजर आ रही है।”
बीजेपी सांसद के प्रतिनिधि थे रामवीर
पूर्व प्रधान रामवीर कश्यप बीजेपी सांसद डॉ भोला सिंह के प्रतिनिधि भी रहे हैं। अगले प्रधान के चुनाव की तैयारी भी कर रहे थे। गांव के लोग राजनीतिक षड्यंत्र के तहत हत्या की आशंका जता रहे हैं।