
बसपा के इस पूर्व विधायक के बेटे की हुई थी पुलिस एनकाउंटर में मौत
बुलंदशहर। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती को बड़ा झटका लगा है। बसपा के दबंग और कद्दावर नेता हाजी अलीम की मौत के बाद अब पार्टी को नया चेहरा तलाशना होगा। हाजी अलीम बुलंदशहर की सदर सीट से दो बार विधायक यह चुके हैं। उनके साथ कई विवाद भी जुड़े रहे लेकिन वह पार्टी में हमेशा बने रहे। इसकी वजह उनकी बुलंदशहर में पकड़ को माना जाता रहा है। इतना ही नहीं उनके सामने बाहुबली नेता गुड्डु पंडित भी खड़े हुए लेकिन हाजी अलीम की साख को कम नहीं कर पाए।
विवादों से रहा है गहरा नेता
बसपा के पूर्व विधायक हाजी अलीम का विवादों से भी गहरा नाता रहा है। हाजी अलीम और उनके भाई ने वर्ष 2003 में बुलंदशहर नुमाइश में अपोलाे सर्कस लगाया था। वह सर्कस के संचालक थे। सर्कस की कई नेपाली लड़कियों ने हाजी अलीम और उनके भाई पर बंधक बनाकर बलात्कार करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने हाजी अलीम और उनके भाई समेत कई लोगों पर केस दर्ज करके लड़कियों को नेपाल भेज दिया था। इसकी सुनवाई मुजफ्फरनगर कोर्ट में चल रही थी। फिलहाल हाजी अलीम को जमानत मिली हुई थी। इस घटना के बाद ही हाजी अलीम राजनीति में आए और विधायक बने थे। उनका बेटा मेरठ में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था।
वेस्ट यूपी के बाहुबली नेता थे हाजी अलीम
हाजी अलीम को वेस्ट यूपी का बाहुबली नेता माना जाता है। बसपा के बड़े नेताओं का उन पर पूरा हाथ भी रहता था। 2003 में ेप का आरोप लगने के बाद 2007 के विधानसभा चुनाव में उन्हें बुलंदशहर से टिकट मिला। उस चुनाव में उन्होंने बसपा के टिकट पर चुनाव जीता था। इसके बाद 2012 में सपा की लहर चली थी तब भी वह बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने थे। उनका भाई युनूस ब्लॉक प्रमुख है।
2013 में पत्नी का हुआ था कत्ल
2013 में दिल्ली में उनकी पत्नी का कत्ल हो गया था। हाजी अलीम ने तीन शादियां की थी। उनकी पहली पत्नी दिल्ली में रहती थी, जिनका कत्ल हुआ था। हत्या का आरोप हाजी अलीम के दो बेटों पर लगा था। इसके बाद पिछले विधानसभा चुनाव में भी काफी चर्चा में रहे थे। उन्होंने चुनाव लड़ रहे गुड्डू पंडित को पीटनेद तक की धमकी दे डाली थी। उनके बीच जंग के वीडियो भी काफी वायरल हुए थे।
Published on:
10 Oct 2018 02:56 pm
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