
बुलंदशहर। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 20 दिसंबर को हुई हिंसा को देखते हुए एक हफ्ते बाद यानि गुरुवार को कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। सूत्रों की माने तो प्रशासन ने यह फैसला जुमे की नमाज और अफवाहों को रोकने के लिए किया है। जिस से जिले में किसी भी तरह की कोई हिंसा न हो सकें। इसकी वजह 20 दिसंबर को भी जुमे की नमाज के बाद ही प्रदेश के ज्यादातर जिलों में उपद्रवियों से हिंसा की थी।
अलर्ट के साथ इन जिलों में बंद रहेगा इंटरनेट
दरअसल 20 दिसंबर को प्रदेश के कई जिलों में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन और हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान शामली से लेकर बिजनौर में प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर पथराव और आगजनी तक की गई थी। ऐसे में पुलिस बामुश्किल हालातों को काबू में किया था। अब फिर से 27 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद स्थिति खराब न हो, इसको देखते हुए शामली, बिजनौर, सहारनपुर, बुलंदशहर और मुजफ्फरनगर में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने यह कदम अफवाहों को फैलने से रोकने व हिंसा की साजिशों को फैल करने के लिए उठाया है।
हिंसा भड़कने से हो चुका है भारी नुकसान और मौत
बता दें कि पिछले जुमे को नमाज के बाद भड़की हिंसा में बिजनौर, शामली, सहारनपुर, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर से लेकर अन्य कई जिलों में भी हिंसा हुई। 20 दिसंबर को सीएए के विरोध में जनपद बिजनौर के नजीबाबाद,नहटौर,नगीना और चांदपुर सहित शहर में हुई थी। इस हिंसक घटना में 2 लोगो की मौत हो गई थी। जबकि 3 आम 25 पुलिस कर्मी सहित,एक इंस्पेक्टर घायल हो गये थे। अलग-अलग जिलों में गाडिय़ों में आगजनी और तोडफ़ोड़ भी की गई थी।
Published on:
26 Dec 2019 07:25 pm
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