
बुलंदशहर। पुलिस द्वारा अगर किसी व्यक्ति को मर्डर केस में जेल भेज दिया जाए। वहीं अगर मृत व्यक्ति जिंदा मिल जाए तो जेल जाने वाले व्यक्ति का जेल में बीता समय कौन वापस कर पाएगा? सवाल बड़ा है और आपको सोचने पर भी मजबूर कर देगा। ऐसा ही एक मामला जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है जिसमें एक व्यक्ति को हत्या करने के आरोप में जेल भेज दिया गया। वहीं अब चौंकाने वाली बात यह है कि जिसकी हत्या 10 साल पहले हुई थी उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिसके बाद अब पुलिस की जांच पर भी सवाल उठ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
2007 में देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव मंशा गढ़ी नगलिया में एक किशोर का अधजला शव बरामद हुआ था। पुलिस की जांच में इसकी शिनाख्त नैथला निवासी 14 वर्षीय दीपक के रुप में हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने आनन-फानन में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और परिजनों की तहरीर पर अमित नामक युवक को जेल भेज दिया था। जो कि दो माह दस दिन तक जेल की सलाखों के पीछे रहा। वहीं अब पुलिस ने सोमवार को हत्यारोपी अमित की शिकायत पर 14 वर्षीय किशोर को जिंदा दबोच लिया है। अब जब यह खबर गांवों व शहर में फैली तो चारों ओर इसकी ही चर्चा हो रही है।
अमित ने अब मामले में आरोपी दीपक, उसके चाचा व अन्य ग्रामीणों के खिलाफ शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
किसका था अधजला शव?
2007 में पुलिस द्वारा पॉस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए अधजले शव को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वह किसका शव था। उस दौरान उसकी शिनाख्त दीपक के रुप में होने के बाद परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। इस बाबत एसपी सिटी डा. प्रवीन रंजन सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इसमें जांच के बाद कुछ कहा जा सकता है।
Published on:
18 Apr 2018 04:08 pm
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