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पोटरी नगरी खुर्जा के प्रमुख बाजारों और कई मोहल्लों में भी जलभराव से आने जाने वालों को काफी तकलीफ का सामना करना पड़ा। काबिलेगौर है कि बारिश से ठीक पहले तेज आंधी और काले बादल आसमान में छा गए, जिसके बाद अंधेरा छा गया फिर तेज बारिश भी शुरू हो गई। बुलंदशहर में जिलेभर में हुई झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। वहीं, बाजार और मुहल्लों की बात करें तो दो अलग-अलग जगह गली-मोहल्लों में बारिश आने से पानी भर गया, जिससे लोगों को खासी दिक्कतें हुईं। एक बार फिर इस बारिश से दिन रात काम करने का दावा करने वाले जिले के अफसरों और कर्मचारियों के रवैय्ये की पोल खोल दी है।
गौरतलब है कि धूलभरी आंधी के बाद जुलाई के पहले सप्ताह में पश्चिम उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही बड़ी तबाही की चेतावनी जारी की गई थी। केन्द्रीय पृथ्वी और विज्ञान मंत्रालय ने ओक जुलाई से तीन जुलाई तक भारी बारिश से अतिभारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पश्चिम उत्तर प्रदेश समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर सहित कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज, संतकबीर नगर और बस्ती में एक जुलाई से तीन जुलाई तक भारी बारिश की आशंका जताई गई थी। हालांकि, मानसून में हुई देरी की वजह से इन तीन दिनों तक कुछ खास वर्षा नहीं हुई।
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केन्द्रीय पृथ्वी एवं मंत्रालय की लखनऊ स्थित दफ्तर से अलर्ट जारी किया गया था। इस अलर्ट को देखते हुए राज्य शासन की ओर से प्रभावित होने वाले सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारी को एहतियातन व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने के आदेश जारी कर दिए गए थे। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले तीन दिनों में पश्चिमी इत्तर प्रदेश के मुरादाबाद,अमरोहा, मेरठ, बिजनौर, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर सहित गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज, संतकबीर नगर, बस्ती, रामपुर, बरेली आदि जिलों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई थी।