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सर्वे के बाद 65 हजार नाम कटे, बूंदी विधानसभा में ज्यादा, हिण्डोली में कम

विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद अब तक जिले के मतदाताओं की स्थिति साफ हो गई है। घर-घर हुए सर्वे के तहत जिले की तीनों विधानसभा मिलाकर अब तक 65 हजार 703 मतदाता कम हुए है। इसमें सबसे ज्यादा बूंदी विधानसभा के मतदाता 28 हजार 207 है।

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सर्वे के बाद 65 हजार नाम कटे, बूंदी विधानसभा में ज्यादा, हिण्डोली में कम

जिला कलक्टे्रट ऑफिस

बूंदी. विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद अब तक जिले के मतदाताओं की स्थिति साफ हो गई है। घर-घर हुए सर्वे के तहत जिले की तीनों विधानसभा मिलाकर अब तक 65 हजार 703 मतदाता कम हुए है। इसमें सबसे ज्यादा बूंदी विधानसभा के मतदाता 28 हजार 207 है। वहीं तीनों विधानसभा मिलाकर (बूंदी, हिण्डोली व केशवरायपाटन) में अब कुल मतदाता की संख्या 8 लाख 32 हजार 203 है। इसमें महिला मतदाता 4 लाख 7 हजार 728 व पुरुष 4 लाख 24 हजार 472 है। जबकि पूर्व में मतदाता की संख्या 8 लाख 97 हजार 906 थी। ऐसे में जिले की तीनों विधानसभा मिलाकर 65 हजार मतदाता इस सर्वे के दौरान कम हुए। वहीं 9 हजार 437 लोगों की मैपिंग होना शेष है। इसी के साथ पुराने व नए मिलाकर मतदान केंद्रों की संख्या भी बढकऱ1038 हो गई है। 4 नवंबर को एसआईआर सर्वे शुरू हुआ था। बीएलओ द्धारा घर-घर जाकर मतदाताओं के फार्म भरवाए गए। 11 दिसंबर तक चले अभियान तक बीएलओ को कई परेशानी का सामना करना पड़ा था।

14 हजार मृतक, 39 हजार नहीं मिले
सर्वे के दौरान सामने आई रिपोर्ट के अनुसार तीनों विधानसभा में 14 हजार 151 लोग मृतक पाए गए, जिनके वोटर आईडी लिस्ट में नाम थे, लेकिन परिजनों के द्धारा नाम नहीं हटाए गए। वहीं 39 हजार 752 लोग अन्य जगह शिफ्ट होना पाया गया। वहीं 8 हजार 241 लोग मौके पर नहीं मिले। साथ ही 3 हजार 311 लोग ऐसे है, जिनके दो जगह नाम सामने आए है।

9 हजार की नहीं हुई मैपिंग
आंकड़ों के अनुसार तीनों विधानसभा में मिलाकर कुल 9 हजार 4 हजार 37 मतदाताओं की मैपिंग नहीं हो पाई है। इसमें हिण्डोली 2575, केशवरायपाटन में 3296 व बूंदी विधानसभा में 3566 शामिल है। यानि 9 हजार मतदाताओं की 22 साल पुरानी पहचान की पुष्टि नहीं हो सकी है। यानि 2002 की वोटर लिस्ट के अनुसार इनका कोई भी लिंक नहीं पाया गया है। ऐसे में इन मतदाताओं को नोटिस जारी किया जाएगा। फिर संबंधित व्यक्ति द्धारा कार्यालय में प्रपत्र पेश किए जाने के बाद इनके नाम पूर्ण मतदाता सूची में जोड़े जाएंगे। आमजन जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) की वेबसाइट पर भी ऑनलाइन देख सकते है।

143 नए मतदान केंद्र बनाए
मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के बाद जिले में मतदान केंद्रों की संख्या भी बढकऱ 1038 हो गई। पूर्व में मतदान केंद्रों की संख्या 895 में थी, जो इस सर्वे के बाद बढ़ी है। नए मतदान केंद्र कुल 143 बनाए गए है।

केशवरायपाटन में 20039 मतदाता घटे
केशवरायपाटन
. मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम पूरी होने के बाद मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरण एवं संग्रहण का कार्य सम्पन्न किया गया। निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति
में बताया कि गहन पुनरीक्षण कार्य प्रारंभ होने से पूर्व विधानसभा क्षेत्र केशवरायपाटन में मतदाताओं की संख्या 2 लाख 86 हजार 554 थी, जिनको गणना प्रपत्र वितरित किए गए थे। विधानसभा क्षेत्र में गणना चरण के दौरान 2 लाख 66 हजार 515 मतदाताओं ने अपने गणना प्रपत्र भरकर जमा करवाए। गणना चरण के दौरान कुल 20 हजार 39 मतदाताओं के गणना प्रपत्र नहीं मिले। गणना प्रपत्रों में मृतकों की संख्या 3935, स्थायी रूप से स्थानान्तरित 13 हजार 156, अनुपस्थित 2184, मतदाता सूची में एकाधिक स्थान पर पंजीकृत 702 तथा अन्य 62 शामिल है। उल्लेखनीय है कि मतदाताओं के पंजीकरण के लिए फॉर्म-6 ऑनलाइन तथा 48 फॉर्म-6 ऑफलाइन बीएलओ के माध्यम से प्राप्त हुए है, जिनका नाम विहित प्रक्रिया के पश्चात मतदाता सूची में जोड़ दिया गया है। फॉर्म 6 प्राप्त किए जाने का कार्य इस अवधि में भी सतत रूप से जारी रहेगा। इस संबंध में राजनैतिक दलों की बैठक भी आयोजित की गई। बैठक में प्रारूप मतदाता सूची पर दावे आपत्तियों तथा नव मतदाता पंजीकरण के लिए फॉर्म-6 मय घोषणा पत्र प्रस्तुत करने के संबंध में भी जानकारी उपलब्ध कराई गई। इस प्रक्रिया में विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की सुविधा के लिए 1200 से अधिक मतदाताओं वाले बूथों का भी पुनर्गठन किया गया। पूर्व में विधानसभा क्षेत्र में 292 मतदान केंद्र थे, जिनका पुनर्गठन कर 48 नवीन मतदान केंद्र सृजित हुए हैं और वर्तमान में विधानसभा क्षेत्र में अब 340 मतदान केंद्र हो गए है। कार्यक्रम के तहत 16 दिसंबर से 15 जनवरी 2026 तक दावे एवं आपत्तियां प्राप्त की जाएगी। 14 फरवरी 2026 को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।