नोताडा.मोबाइल के युग में फायदा मिला है तो साइबर ठग इससे नुकसान भी पहुंचाने लगे हैं। इससे लोगों को आर्थिक व मानसिक प्रताडऩा का शिकार होना पड़ रहा है।कई लोग तो तनाव में आकर जिंदगी पर भी खेल जाते हैं।साइबर ठग लोगों के पास अनजाने नम्बरों से कॉल करके धमकियां देकर रुपए ऐंठने या फिर फ्री ऑफर के मैसेज भेजकर उनको डाउनलोड करने की कहकर राशि पार कर रहे है।इसको लेकर राजस्थान पत्रिका द्वारा साइबर क्राइम के खिलाफ पत्रिका रक्षा कवच अभियान के तहत शनिवार को नोताडा में ग्रामीणों की बैठक आयोजित करके जागरूक किया गया, जिसमें देईखेडा थाना पुलिस ने लोगों को साइबर अपराध से बचने के उपाय बताए।
बैठक की शुरुआत में व्याख्याता कैलाश मीणा ने ग्रामीण को साइबर अपराध के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आजकल मोबाइल में विभिन्न योजनाओं के मैसेज आते है, जिनमें पिछे एपीके लिखा रहता है, ऐसी फाइलों को नहीं खोलना चाहिए। यह साइबर ठगों का एक नया तरीका है। इस तरीके के माध्यम से साइबर ठग खाते से राशि पार कर लेते हैं। उन्होंने बताया की आज के समय में ईमेल आईडी भी हैक हो रहे है। ऑनलाइन गेम के चक्कर में नहीं पड़े, कोई भी आपको राशि दोगुना करके नहीं देता है।
देईखेडा थाने से जानकारी देने पहुंचे कांस्टेबल देवनारायण ने ग्रामीणों को बताया कि साइबर अपराध कैसे हो रहा है। झुठे तरीके से किसी भी प्रकार से आपके पास फोन आता है और आप से धमकी देकर पैसे मांगता है तो पहले अपने समीप के थाने में इसकी जानकारी दे, क्योंकि पुलिस आपसे कभी भी पैसे नहीं मांगती। ऑनलाइन गेङ्क्षमग के चक्कर में नही पड़े तथा सोशल मीडिया पर किसी की डीपी का फोटो बदलकर आपके मिलने वाले के नाम से राशि की मांग करते हैं तो अचानक आप पैसे ना भेजे। आप पहले उस आदमी को कॉल करे।कई व्यक्तियों के फोटो व विडियो डालकर बदनाम करने की कोशिश या पैसों की डिमांड जैसे मामलों से सावधान रहें। तुरंत पुलिस को सूचना दे। इस दौरान व्यापारी मनोज साहू, रामहेत गुर्जर, मोतीलाल खटीक, कजोड़ बैरवा, सुंदरलाल बैरवा, भैरू प्रकाश गुर्जर ने भी अपने विचार व्यक्त किए और साइबर अपराध के खिलाफ अपने परिवार व आसपास के लोगों को इसके बारे में जागरूक करने का संकल्प लिया।