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फसल सूखने के कगार, आमरण अनशन की दी चेतावनी

चम्बल की नहरों के टेल क्षेत्र यानी अंतिम छोर की माइनर नहरी पानी नहीं पहुंचने से परेसान किसानों मंगलवार को देईखेड़ा पुलिस थाने पर उपखण्ड अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा।

बूंदीFeb 12, 2025 / 06:21 pm

पंकज जोशी

फसल सूखने के कगार, आमरण अनशन की दी चेतावनी

देईखेड़ा टेल क्षेत्र में पानी अभाव में रीति डपटा माइनर।

लबान. चम्बल की नहरों के टेल क्षेत्र यानी अंतिम छोर की माइनर नहरी पानी नहीं पहुंचने से परेशान किसानों मंगलवार को देईखेड़ा पुलिस थाने पर उपखण्ड अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में किसानों बुधवार रात तक टेल क्षेत्र में नहरी पानी नहीं पहुंचने पर गुरुवार दोपहर से देईखेड़ा बस स्टेंड पर आमरण अनशन कर आंदोलन की चेतावनी दी। खरायता सरपंच बदरी लाल मीणा की अगुवाई करीब दो दर्जन किसानों बताया कि कापरेन ब्रांच की अंतिम छोर की माइनर ढगरिया, रामगंज, डपटा, प्रतापगढ़, नोताडा व केशवरायपाटन ब्रांच की पापड़ी बड़ाखेड़ा, पीपल्दा आदि माइनरों में नहरी पानी नहीं पहुंच रहा है, जिसके चलते क्षेत्र में मैथी गेहूं चने की फसल में सिंचाई के लिए इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे किसान परेशान है।
ज्ञापन देने वालो में चहिचा माइनर अध्यक्ष शम्भू दयाल मीणा, खरायता सहकारी अध्यक्ष राजेंद्र मीणा, देईखेड़ा सरपंच राजकुमार मीणा, किसान नेता नरेंद्र मीणा, अखिलेश मीणा, मुकेश मीणा, कैलाश मीणा, गोविन्द मीणा, रमेश गुर्जर, पापड़ी सरपंच राजेन्द्र कुमार, लबान सरपंच बुध्दि प्रकाश मीणा, राधेश्याम छोटू लाल, विनोद सहित करीब दो दर्जन किसान शामिल रहे।
नहीं मिल रहा पानी
थाने पर किए प्रदर्शन के दौरान किसानों ने बताया कि क्षेत्र में गेहूं की फसल 70 से 80 दिन की हो गई है, जबकि 50 से 55 दिन में गेहूं सिंचाई करनी होती है, लेकिन नहर में पानी नहीं होने से फसल सूखने के कगार पर है।
दो दर्जन गांवों में नहरी पानी जरूरत
क्षेत्र में कापरेन ब्रांच में झपायता, देईखेड़ा, नोताडा, डपटा, रामगंज, डडवाडा, ढ़गरिया, प्रतापगढ़, छप्पनपुरा चक मालिक पूरा पापडली व केशवरायपाटन ब्रांच के लबान पापड़ी माखिदा बहदावली जाडला बड़ाखेड़ा पीपल्दा समेत करीब दो दर्जन से अधिक गांवों में किसानों को नहरी पानी का इंतजार है।
किसानों ने की टेल तक पानी पहुंचाने की मांग
कापरेन.
सीएडी के बोयाखेड़ा माइनर द्वितीय पर अंतिम छोर पर नहरी पानी नहीं पहुंचने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। माइनर के अंतिम छोर तक नहरी पानी नहीं पहुंचने से आजन्दा व कोडक्या गांव में करीब एक हजार बीघा क्षेत्र में फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई है और नहरी पानी के अभाव में किसान बेबस नजर आ रहे हैं। वहीं बोयाखेड़ा व खेड़ली बंधा गांवों के निकट अभयारण्य क्षेत्र में अवैध कब्जा कर बनाए गए खेतों में सिंचाई करने के लिए माइनर पर अवरोध लगाकर किसान अवैध कब्जे वाले खेतों में फसलों को सिंचाई कर रहे हैं, जिससे अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रहा है। किसानों ने सीएडी के सहायक अभियंता को ज्ञापन देकर माइनर में लगे अवरोध हटवाने और अवैध रूप से अन कमांड एरिया और अभयारण्य में अवैध रूप से जंगल सफाई कर बनाए गए खेतों में सिंचाई के लिए माइनर पर लगे डीजल इंजन बन्द करवाने की मांग की है।
शिकायत मिली है
सीएडी के सहायक अभियंता छोटू लाल मीणा ने बताया कि किसानों से माइनर पर अवैध रूप से अवरोध लगाकर इंजन से नहरी पानी लेने की शिकायत मिली है।सूचना के बाद कनिष्ठ अभियंता को मौके पर भेजा गया है और इंजन हटवाने व जप्ती की कार्रवाई करवाई जा रही है। माइनर में पानी की आवक बढ़ाने का भी प्रयास किया जा रहा है।किसानों की समस्या का शीघ्र निस्तारण करवाया जाता है और पेट्रोलिंग के दौरान ओड़े हटाने, इंजन हटवाने की कार्रवाई की जा रही है।

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