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शट डाउन 11 केवी विद्युत लाइन में दौड़ा करंट, युवक की मौत

थाना क्षेत्र के नाहरगंज गांव स्थित तलाई के समीप मंगलवार को शट डाउन लेकर एक खेत में विद्युत लाइन का फाल्ट सुधारते समय अचानक बिजली की सप्लाई चालू होने से नाहरगंज निवासी 26 वर्षीय बबलू नागर की मौत हो गई।

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बूंदी

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pankaj joshi

Apr 30, 2025

शट डाउन 11 केवी विद्युत लाइन में दौड़ा करंट, युवक की मौत

करवर. नैनवा इंद्रगढ़ सड़क मार्ग पर मांगों को लेकर बैठे ग्रामीणों से चर्चा करते एडीएम।

करवर. थाना क्षेत्र के नाहरगंज गांव स्थित तलाई के समीप मंगलवार को शट डाउन लेकर एक खेत में विद्युत लाइन का फाल्ट सुधारते समय अचानक बिजली की सप्लाई चालू होने से नाहरगंज निवासी 26 वर्षीय बबलू नागर की मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों में रोष फैल गया। उन्होंने नैनवा इंद्रगढ़ सड़क मार्ग पर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने विद्युत वितरण निगम के कार्मिकों की लापरवाही से युवक की मौत होने का आरोप लगाया है। शाम छह बजे एडीएम के साथ समझौता वार्ता होने मुआवजा राशि तय होने के बाद लोगों ने शव उठाया।

ग्रामीणों ने बताया कि नाहरगंज समीधी फीडर पर लाइनमैन की एवजी में बबलू करीब 5 साल से कार्य कर रहा था। मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे बबलू शट डाउन लेकर एक पोल पर विद्युत लाइन की फॉल्ट को सुधार रहा था। इसी बीच करीब 9 बजे अचानक बिजली की सप्लाई चालू हो गई तथा बबलू करंट की चपेट में आ गया, जिससे वो झुलस गया तथा मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई। आस पास के खेतों में मौजूद लोगों को घटना का पता चला। तथा उन्होंने करवर थाना पुलिस व ग्रामीणों को घटना की सूचना दी, जिस पर नैनवां प्रधान पदम नागर व करवर थानाधिकारी मुकेश यादव जाब्ते के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। ग्रामीण मृतक के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता व पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग पूरी करने के बाद ही शव को उठाने की मांग पर अड़ गए।

सूचना पर लाखेरी पुलिस उपाधीक्षक नरेंद्र नागर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीण मांगो पर अड़े रहे। दोपहर को करीब साढ़े बारह बजे नैनवां पुलिस उपाधीक्षक राजू लाल मीणा, देई थानाधिकारी रामेश्वर जाट, विद्युत वितरण निगम के एक्सईएन संदीप मालवीय, करवर सहायक अभियंता सुरेश मीणा, कनिष्ठ अभियंता लखपत मीणा, सावन मीणा घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की मांगों पर उनसे वार्ता की। करीब एक घंटे की वार्ता के बाद भी मांगो पर सहमति नहीं बनी, जिससे ग्रामीणों में ओर ज्यादा रोष फैल गया। वही ग्रामीण समय पर उपखंड अधिकारी नैनवा के नहीं पहुंचने से गुस्साए हुए थे।

दोपहर को करीब ढाई बजे नैनवा उपखंड अधिकारी प्रीति मीणा मौके पर पहुंची। तथा ग्रामीणों से उनकी मांगों पर बातचीत की। करीब आधे घंटे की बातचीत के बाद फिर ग्रामीणों की मांगो पर सहमति नहीं बनी तथा गुस्साए ग्रामीण करीब साढ़े तीन बजे शव को कार में लेकर नैनवा इंद्रगढ़ सड़क मार्ग पर पहुंच गए। यहां ग्रामीणों ने सड़क पर अवरोधक लगाकर जाम लगा दिया। तथा नैनवा प्रधान नागर, बुद्धि प्रकाश नागर, पंचायत समिति सदस्य कोमल नागर आदि ग्रामीणों के साथ सड़क पर बैठ गए। शाम को करीब 5 बजे विधायक सी एल प्रेमी भी मौके पर पहुंचे।

उन्होंने ग्रामीणों की मांग को जायज बताते हुए 50 लाख की आर्थिक सहायता दिलाने व पत्नी को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग को लेकर विधानसभा में प्रश्न उठाने की बात कही। धरना समाप्त होने के बाद अधिशासी अभियंता संदीप मालवीय ने लाइनमैन विमल मीना को निलबित करते हुए मुख्यालय बारां कर दिया है।

ग्रामीणों का आरोप- विद्युतकर्मी नहीं करते काम
ग्रामीणों का विद्युत वितरण निगम के कार्मिकों पर आरोप लगाते हुए कहना है कि करवर सहायक अभियंता कार्यालय से जुड़े विद्युत कर्मी काम नहीं करते है। तथा उनके एवजी में निजी लोगो से काम करवाते है। बबलू पिछले 5 साल से विद्युत कर्मी के साथ काम कर रहा था। विद्युत कर्मी निजी लोगों को पोल पर चढाकर फॉल्ट निकलवाने का कार्य करवाते हैं, जिससे ऐसे हादसे पहले भी हुए है। संबधित अधिकारी भी अनजान बने रहते है तथा ऐसे कार्मिकों पर कार्रवाई नहीं करते है।

8 मई को छोटे भाई की भी शादी
लोगों ने बताया कि मृतक के करीब 20 दिन पहले बेटा हुआ था। वहीं आगामी 8 मई को मृतक के छोटे भाई विजेंद्र की भी शादी है। सोमवार को उसकी सगाई लग्न का कार्यक्रम हुआ था। ऐसे में परिवार में खुशी के पल गम में बदल गए। परिवार की आर्थिक स्थिति भी कमजोर है।

पत्नी को संविदा पर नौकरी, 30 लाख की आर्थिक सहायता
शाम को करीब 6 बजे अतिरिक्त जिला कलक्टर सुदर्शन सिंह तोमर मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रधान पदम नागर सहित ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली। तथा ग्रामीणों की मांगों पर उनसे बातचीत की, जिसके बाद एडीएम तोमर ने मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी व परिजनों को 30 लाख की आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों व प्रशासन के बीच मांगों पर सहमति बनी।