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प्रतापगढ़ में 60 बीघा बेशकीमती वन भूमि से अतिक्रमण हटाया

वन विभाग की टीम ने शुक्रवार को ढगारिया गांव में कार्रवाई करते हुए लगभग 60 बीघा बेशकीमती वन भूमि से अतिक्रमण हटाया। लंबे समय से कब्जे में ली गई भूमि पर की गई यह कार्रवाई डीएफओ आरवीटीआर बूंदी के निर्देशन में की गई।

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प्रतापगढ़ में 60 बीघा बेशकीमती वन भूमि से अतिक्रमण हटाया

लबान अतिक्रमण हटाने पर मौके पर मौजूद टीम।

लबान. वन विभाग की टीम ने शुक्रवार को ढगारिया गांव में कार्रवाई करते हुए लगभग 60 बीघा बेशकीमती वन भूमि से अतिक्रमण हटाया। लंबे समय से कब्जे में ली गई भूमि पर की गई यह कार्रवाई डीएफओ आरवीटीआर बूंदी के निर्देशन में की गई।
कार्रवाई के दौरान विभागीय टीम ने अतिक्रमण क्षेत्र में की गई बाड़बंदी, तारबंदी व अन्य निर्माणों को हटाया। इसके साथ ही भविष्य में दोबारा कब्जा न हो, इसके लिए खाई फेंङ्क्षसग एवं ट्रेंच खुदाई की गई। इस पूरी कार्रवाई में क्षेत्रीय वन अधिकारी इंद्रगढ़ जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में इंद्रगढ़, इटावा एवं केशवरायपाटन रेंज का स्टाफ मौके पर मौजूद रहा। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वन भूमि पर किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे मामलों में निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी। स्थानीय ग्रामीणों की उपस्थिति में यह कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से पूरी की गई। विभाग द्वारा हटाई गई भूमि पर आगे पौधारोपण एवं संरक्षण कार्य किए जाने की योजना भी है, ताकि क्षेत्र की हरियाली को पुनर्जीवित किया जा सके।

पांच घण्टे तक चली कार्रवाई
विभागीय सूत्रों ने बताया कि प्रतापगढ़ व ढगारिया क्षेत्र में करीब 60 बीघा विभाग की भूमि पर अतिक्रमण कर रखा था, जिसको हटाने के लिए कई बार समझाइस की गई। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर करीब 5 घण्टे तक कार्रवाई कर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर स्थाई प्रबन्ध किए गए है।

पूर्व में भी गई थी कार्रवाई
क्षेत्र में पूर्व में मेज नदी के किनारे स्थिति सैकड़ों बीघा वन भूमि पर खेती कर रहे अतिक्रमी को हटाया कर भूमि पर पौधारोपण किया गया है, लेकिन स्थाई उपाय के अभाव में अतिक्रमी फिर काबिज हो जाते है।