अगर किसी गर्भवती महिला का प्रसव करवा दिया जाता है तो उसकी छुट्टी करनी पडती है। वर्षो पुराना भवन धीरे-धीरे जर्जर होता जा रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों को भी अवगत कराया है। ग्रामीण पूर्व सरपंच दीपिका शर्मा, भंवर सिंह हाडा, रामभगत रेबारी, गोपाल रेबारी, अर्जुन लाल रेबारी, भंवर सिंह हाडा, दीपक सैनी, निरंजन सेन, हीरालाल मलिया, रामसिंह हाडा, ओम मीणा आदि ने बताया ग्राम पंचायत को कस्बे मे अन्य जगह चिन्हित कर नया भवन बनाया जाए।
बारिश में टपकता है पानी
अस्पताल भवन की दुर्दशा बारिश के समय बहुत ही खराब हो जाती है। छत से पानी टपकने से कई बार बिजली के उपकरण जल चुके हैं। दवा काउंटर में पानी भरने से दवाइयां गीली होकर खराब हो जाती हैं, जिसके चलते मरीजों को परेशान होना पडता है। दीवारों में सीलन आ जाती है, जिसके चलते दूसरे कमरे में मरीजों का इलाज किया जाता है।
ग्रामीणों बताई समस्या
ग्रामीणों ने बताया की अस्पताल भवन की समस्या को लेकर जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों को भी अवगत करवाया जा चुका है। कस्बे में अस्पताल भवन बनने से आसपास के गांवों के ग्रामीणों को भी सुविधा मिलेगी। मरीजों को भी राहत मिलेगी।
अस्पताल भवन की स्थिति को लेकर ग्राम पंचायत प्रशासन जगह चिन्हित कर दे तो भवन निर्माण कार्य के लिए प्रस्ताव उच्चाधिकारियों के पास वितीय स्वीकृति के लिए भेज सकते है।
डॉ. महेश गर्ग, चिकित्सा अधिकारी, बडाखेडा
अस्पताल भवन मे पर्याप्त जगह नहीं होने से मरीजों को परेशान होना पडता है। अस्पताल का नया भवन बनाया जाए। इसको लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व चिकित्सा मन्त्री को ज्ञापन दिया गया। जनप्रतिनिधियों को इस और ध्यान देने की जरूरत है।
सुरेन्द्र शर्मा, ग्राम सेवा सहकारी समिति, बड़ाखेड़ा