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ख़ास है राजस्थान के ये 5 झरने, मानसून में बन जाता है शानदार नजारा, जल्द बना लें घूमने का प्लान

Seven Falls Waterfall Of Rajasthan: राजस्थान के 5 ऐसे शानदार झरने जहां मानसून में अपने पार्टनर के साथ कर सकते हैं घूमने का प्लान

झरना (फोटो: पत्रिका)

5 Best Waterfall Of Rajasthan: राजस्थान को आमतौर पर रेगिस्तान और गर्मी के लिए जाना जाता हैलेकिन मानसून के मौसम में यह राज्य एक अलग ही रूप दिखाता है। यहां कई खूबसूरत झरने हैं जो बारिश के आते ही जीवंत हो उठते हैं। यहां एक ऐसी जगह भी है जहां एक साथ 7 झरने गिरते हैं और एक अद्भुत नजारा बनाते हैं।

आइए जानते हैं राजस्थान के 5 ऐसे शानदार झरनों के बारे में जहां मानसून में अपने पार्टनर के साथ घूमना एक शानदार एक्सपीरियंस हो सकता है।

1. सेवन फॉल्स

    राजस्थान के मानसून सीजन में शानदार झरने वाली जगहों में से एक भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया क्षेत्र में है। यहां मानगढ़ की पहाड़ियों के जंगल में एक साथ सात झरने गिरते हैं, जिन्हें "सेवन फॉल्स" भी कहा जाता है। यहां भीलवाड़ा, कोटा, चित्तौड़गढ़, बूंदी, टोंक, जयपुर और MP के टूरिस्ट ज्यादा आते हैं।

    2. हथनी कुंड झरना

      ये जयपुर का सबसे फेमस झरना है जिसे हथनी कुण्ड के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ हनुमान जी का मन्दिर भी बना हुआ है। लोग यहां ट्रैकिंग करते हुए पहुंचते है और मंदिर में दर्शन करके शानदार झरने के नजारों का आनंद उठाते हैं।

      3. गोरम घाट का जोगमंडी झरना

        राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित गोरम घाट को राजस्थान का कश्मीर भी कहा जाता है। यहां मानसून के सीजन में पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। यह झरना गोरमघाट का सबसे मनमोहक दर्शनीय स्थल है क्योंकि यह झरना काफी ऊंचाई से बहता है।

        4. भील बेरी झरना

          पाली और राजसमंद जिलों की सीमा पर स्थित ये झरना राजस्थान का सबसे ऊंचा झरना है। जिसे भील बेरी झरने के नाम से जाना जाता है जो अरावली पर्वतमाला में स्थित है। यह झरना 182 फीट यानी लगभग 55 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। जो फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस की शूटिंग के दौरान दिखाए गए दूध सागर जैसा लगता है।

          5. भीमलत झरना

            बूंदी से 36 किलोमीटर दूर में स्थित भीमलत झरना महादेव मंदिर के लिए भी फेमस है। इस मंदिर के शिवलिंग पर सदियों से पानी गिरता रहता है। झरना इस मंदिर के पास ही बहता है। इसे "रेगिस्तान में नखलिस्तान" भी कहा जाता है, क्योंकि यहां पानी और हरियाली भरपूर है।