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कान्हा को दूध का इंतजार, सरकार का पूरा नहीं हुआ फरमान

प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले कान्हा [बच्चों] को दूध का इंतजार बना हुआ है।

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बूंदी

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pankaj joshi

Dec 22, 2024

कान्हा को दूध का इंतजार, सरकार का पूरा नहीं हुआ फरमान

बूंदी. जिले की एक आंगनबाड़ी में बैठे बच्चे।

बूंदी. प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले कान्हा [बच्चों] को दूध का इंतजार बना हुआ है। राज्य सरकार ने एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर आंगनबाड़ी केंद्रों पर नामांकित 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को गत 14 दिसबर से नि:शुल्क दूध पिलाने का आदेश तो जारी कर दिया, लेकिन जिले के हजारों बच्चों को अभी तक दूध नसीब नहीं हुआ है।

सरकार ने प्रदेश के हर ब्लॉक के एक-एक केंद्र पर दूध पिलाने के लिए पाउडर की आपूर्ति तो कर दी, लेकिन 6 दिन गुजर जाने के बाद अन्य केंद्रों में अब तक दूध के पैकेट नहीं पहुंचने पर बच्चों का इंतजार लंबा होता दिख रहा है। बूंदी जिले में 1220 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। यहां आने वाले करीब 30 हजार बच्चे इस योजना से लाभांवित होंगे। बच्चों को एक दिन छोड़कर दूध दिया जाएगा। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अभी फिलहाल हर ब्लॉक के एक-एक केंद्र की आपूर्ति हुई। अन्य केंद्रों पर जैसे- जैसे पाउडर की आपूर्ति होगी, बच्चों को दूध वितरण कर दिया जाएगा।

एप पर दर्ज होगी हाजिरी
विभागीय अधिकारियों के अनुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की उपस्थिति पोषण ट्रैकर एप पर दर्ज होगी। उसी के आधार पर सत्यापित लाभांवितों की संख्या के अनुसार त्रैमासिक आधार पर पाउडर का आवंटन किया जाएगा। एप पर दर्ज लाभार्थियों की संख्या का माह की अंतिम तारीख को सत्यापन होना है। हालांकि कई आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण ट्रैकर एप या तो काम नहीं कर रहा या एप में तकनीकी समस्या सामने आने की जानकारी आ रही है। एप पर में मिल्क पाउडर के लिए बच्चों के नाम, वार एवं संख्या चढ़ानी है।

बच्चों का बना हुआ इंतजार राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में मुख्यमंत्री अमृत आहार, आंगनबाड़ी दूध वितरण योजना शुरू करने की घोषणा की थी। निदेशालय समेकित बाल विकास सेवाएं ने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों को स्किड मिल्क पाउडर [स्टेंडर्ड ग्रेड] स्प्रे ड्राइड से तैयार गरम मीठा दूध 14 दिसबर से पिलाने के निर्देश दिए। मिल्क पाउडर आवंटन नहीं होने पर 3 दिन में विभाग को अवगत कराने के निर्देश दिए थे। हालांकि जिले के सिर्फ पांच केंद्रों में दूध का वितरण शुरू होने के बाद शेष आंगनबाड़ी के बच्चों को दूध पीने का इंतजार बना हुआ है।

तीन दिन मिलेगा दूध
राज्य में 62 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों पर करीब 15 लाख बच्चों को सप्ताह में मंगलवार, गुरुवार एवं शनिवार को दूध पिलाना है। प्रति लाभार्थी 10 ग्राम स्किड मिल्क पाउडर [दो चम्मच] से 100 मिलीलीटर दूध बनाकर पिलाना है।

इनका कहना है
पांच केंद्रों पर प्रथम चरण में दूध पाउडर वितरण हुआ है, जो अगामी 3 महीने के लिए सप्लाई किया गया है। सप्लाई जैसे-जैसे आएगी, वैसे-वैसे केंद्रों पर दूध वितरण शुरू कर दिया जाएगा।
ऋचा चतुर्वेदी, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग बूंदी