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महिनों तरसाया, अब मिली राहत जानिए कैसे हुआ ये

महीनों से क्षतिग्रस्त शहर की सबसे मुख्य सडक़ का आखिरकार मरम्मत कार्य शुरू हो ही गया।

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Months now get relief know how it happened

Months now get relief know how it happened


बूंदी. महीनों से क्षतिग्रस्त शहर की सबसे मुख्य सडक़ का आखिरकार मरम्मत कार्य शुरू हो ही गया। दो दिनों से सडक़ निर्माण कंपनी के ठेकेदार ने यहां पर मरम्मत कार्य शुरू कर रखा है। जहां से सडक़ क्षतिग्रस्त है वहां पर डामरीकरण कर बिगड़ी दशा को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। सडक़ पर हो रहे डामरीकरण को देखकर लोगों ने राहत की सांस ली है। देवपुरा से कोटा जाने व कोटा से बूंदी में आने वाले वाहन चालकों को भी बहुत अधिक सुकून मिला है। सडक़ पर खुदाई करके उसमें गिट्टी डालकर डामरीकरण करते हुए श्रमिक नजर आ रहे हैं। जिसे देखकर राहगीरों में भी चर्चा है कि बहुत परेशान करने के बाद ठेकेदार ने काम शुरू किया है।


परेशानी होगी खत्म
सडक़ पर हो रहे गड्ढे, उड़ती धूल से लोगों को परेशानी हो रही थी। आमजन का सडक़ से गुजरना दुभर था। दुर्घटना के हालात पैदा हो रहे थे। ऐसे में मरम्मत कार्य शुरू होने से आमजन की काफी हद तक परेशानी खत्म होगी।


पत्रिका ने लगातार उजागर की अनदेखी
प्रवेश मार्ग ही बदहाल तो काहे के चार साल बेमीसाल शीर्षक से २९ जनवरी को राजस्थान पत्रिका में खबर प्रकाशित की गई थी। जिसमेें शहर के देवपुरा से कोटा की ओर जा रही मुख्य सडक़ की बदहाली व अनदेखी को उजागर किया। क्षतिग्रस्त सडक़ पर चल रहे लोगों व वाहन चालकों की पीड़ा को सबके सामने रखा। सडक़ निर्माण कंपनी की अकर्मण्यता, निष्क्रीयता व लापरवाही की भी सरकार व प्रशासन के सामने पोल खोल दी। जिम्मेदार महकमे की अनदेखी के चलते निर्माण कंपनी को सरकारी नोटिस की भी परवाह नहीं रही। लगातार खबरों के प्रकाशन के बाद आरयूआईडीपी के अभियंता व ठेकेदार हरकत में आया। इसके बाद हाल ही में सडक़ पर डामरीकरण का कार्य शुरू हुआ है।


अब भी कौन करे निगरानी
देवपुरा सडक़ की मरम्मत का कार्य तो शुरू हो गया। लेकिन इसकी निगरानी व कार्य गुणवत्ता का ध्यान रखने वाला कोई नहीं है। बूंदी से आरयूआईडीपी का कार्यालय कोटा स्थानांतरित हो चुका है। ऐसे में यहां पर कार्यालय नहीं होने से कोई अभियंता भी नहीं रहते। इसके चलते पूर्व में बनी घटिया सडक़ की मरम्मत का कार्य भी देखने वाला कोई नहीं है।