
लबान देईखेड़ा कस्बे में रास्ते के अभाव में शवयात्रा को रेल की पटरियों को पार करते परिजन
लबान. क्षेत्र के देईखेड़ा कस्बे के रेलवे पार बस्ती चक मालिक पूरा का मुख्य रास्ता पिछले एक दशक से बंद पड़ा है। रेलवे ने करीब दस वर्ष पूर्व समपार फाटक को बंद कर दिया और हाल ही में फेङ्क्षसग दीवार कर रास्ता पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया, इससे ग्रामीणों का आवागमन बेहद मुश्किल हो गया है।
गंभीर स्थिति तब बनी जब बस्ती में शनिवार को बुजुर्ग महिला भूली बाई 85 की मौत हो गई। रास्ता बंद होने से परिजनों को शव को मोक्षधाम ले जाने के कारण रेलवे पटरियों से पार कराना पड़ा। तेज रफ्तार ट्रेनों के बीच यह सफर ग्रामीणों के लिए खतरे से खाली नहीं था। ग्रामीणों का कहना है कि रोजमर्रा की जरूरतों के लिए बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को भी यही खतरनाक रास्ता पार करना पड़ रहा है।
हादसों का बना रहता है खतरा
ग्रामीण घनश्याम मीणा, हंसराज, भवानीशंकर ने बताया कि कई बार हादसे हो चुके हैं। रेलवे ने रास्ता अवरुद्ध कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली, लेकिन बस्ती के लोगों की ङ्क्षजदगी से खिलवाड़ हो रहा है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीण बदरी लाल मीणा, पूर्व सरपंच गिरिराज मीणा, खेमराज ने प्रशासन से मांग की है कि बस्ती में रास्ता सुगम करने के लिए वैकल्पिक अंडरपास या ओवरब्रिज का निर्माण किया जाए या फिर कस्बे में आवाजाही के लिए सुरक्षित व सुगम वैकल्पिक रास्ता तैयार किया जाए।
दुर्घटना में अध्यापिका व पुत्र हुआ घायल
इंद्रगढ. सुमेरगंजमंडी कमलेश्वर मार्ग पर स्थित रेलवे नाले पर अज्ञात वाहन ने स्कूटी को टक्कर मार दी, जिससे अध्यापिका व उसका पुत्र घायल हो गया। अध्यापिका के भाई केशव शर्मा ने इंद्रगढ़ पुलिस थाने में अज्ञात वाहन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। रिपोर्ट में बताया कि उसकी बहन अनामिका शर्मा अपने पुत्र महर्षि व श्रीनित इंद्रगढ़ से स्कूटी से राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुनारी जा रहे थे। अचानक सुमेरगंज मंडी कमलेश्वर महादेव जाने वाले रास्ते पर रेलवे पुलिया के पास अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे मेरी बहन व पुत्र घायल हो गया। घायल अवस्था में इंद्रगढ़ अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार कर चिकित्सकों ने कोटा रैफर कर दिया।
Published on:
14 Sept 2025 12:08 pm
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