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बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला,रहने खाने की व्यवस्था की

क्षेत्र में दो दिन से हो रही भारी बरसात से कई गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। कस्बे की मुख्य सडक़ में पहाड़ से बहकर आई सिल्ट जमा हो गई। मेज नदी में उफान के चलते रिहाना ग्राम पंचायत के मालियों की बाड़ी मजरा टापू बन गया।

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बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला,रहने खाने की व्यवस्था की

खटकड़. बचाव एवं राहत कार्य करते सेना के जवान।

खटकड़ . क्षेत्र में दो दिन से हो रही भारी बरसात से कई गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। कस्बे की मुख्य सडक़ में पहाड़ से बहकर आई सिल्ट जमा हो गई।
मेज नदी में उफान के चलते रिहाना ग्राम पंचायत के मालियों की बाड़ी मजरा टापू बन गया। लगभग १६५ लोग बाढ़ की चपेट में आ गए। सूचना मिलने पर जिला कलक्टर अक्षय गोदारा सहित प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंचे। उनके साथ भाजपा जिला अध्यक्ष रामेश्वर मीना ओर भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रतिनिधि रूपेश शर्मा भी मौके पर पहुंचे।एस डी आर एफ ओर सेना के जवानों ने लगभग साढ़े तीन बजे रेस्क्यू कार्य शुरू किया।
शाम पांच बजे तक लगभग पांच दर्जन लोगों को सुरक्षित निकाल कर देलुंदा गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भवन में अस्थाई आश्रय दिया। जहां रेस्क्यू किए गए लोगों को रहने खाने की व्यवस्था की गई। लोग मकानों से कुछ भी सामान नहीं निकाल सके। सब कुछ छोडक़र आना पड़ा। मवेशी भी वहीं छोडऩे पड़े।
दो स्टेट हाइवे पर आवागमन बंद
दो दिन से हो रही लगातार बरसात के बाद कस्बे के समीप स्थित मेज नदी की पुलिया डूब गई, जिससे दो स्टेट हाईवे 29 व 34 का आवागमन बंद हो गया और पंचायत क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन से भी अधिक गांवों का पंचायत मुख्यालय से संपर्क कट गया। पुलिया डूबने से खटकड़ से नैनवा, लाखेरी,इंद्रगढ़, उनियारा,ओर कोटा ,बूंदी का आवागमन बंद हो गया।
आधा दर्जन श्रद्धालु फंसे
दो दिन से बिलकेश्वर महादेव के दर्शनों के लिए गए श्रद्धालु नदी में उफान आने से फंसे हुए है, जिनको शनिवार शाम एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला।