28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बाघिन के मुंह में फंसा रेडियो कॉलर, ट्रेंकुलाइज कर वापस बांधा

रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में मंगलवार शाम रणथंभौर से एनक्लोजर में शिफ्ट की गई बाघिन के जबड़े में रेडियो कॉलर फंस गया, जिसे ट्रेंकुलाइज कर वापस खोल कर बांधा गया। एनक्लोजर में सुबह करीब 8 बजे अचानक बाघिन के गले में बंधा रेडियो कॉलर की बैट्री वाला भाग जबड़े में फंस गया।

less than 1 minute read
Google source verification
बाघिन के मुंह में फंसा रेडियो कॉलर, ट्रेंकुलाइज कर वापस बांधा

बूंदी. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के एनक्लोजर में विचरण कर रही बाघिन।

बूंदी. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में मंगलवार शाम रणथंभौर से एनक्लोजर में शिफ्ट की गई बाघिन के जबड़े में रेडियो कॉलर फंस गया, जिसे ट्रेंकुलाइज कर वापस खोल कर बांधा गया।
एनक्लोजर में सुबह करीब 8 बजे अचानक बाघिन के गले में बंधा रेडियो कॉलर की बैट्री वाला भाग जबड़े में फंस गया। निगरानी टीम ने एनक्लोजर में गाड़ी से पहुंच कर बाघिन को पास से देखा। इस दौरान निगरानी पर गई टीम ने स्थिति को देख कर उपवन संरक्षक को सूचना दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों को बाघिन की हालत के बारे में बताया। सूचना मिलते ही आनन फानन में रणथंभौर व रामगढ़ टाइगर रिजर्व के वन अधिकारी व पशु चिकित्सक मौके पर पहुंचे, लेकिन बारिश होने के कारण ट्रेंकुलाइज नहीं कर पाए। बारिश रुकने के बाद शाम चार बजे ट्रेंकुलाइज कर जबड़े में फंसा रेडियो कॉलर निकाला तथा उसे छोटा कर दोबारा पहनाया। बाघिन को दिनभर निगरानी में रखा गया।

टीम की तत्परता आई काम
रणथंभौर से बजाल्या एनक्लोजर में शिफ्ट करने के बाद बाघिन की निगरानी के लिए टीम गठित की गई थी, जो हर दो घंटे में बाघिन के विचरण करने का तौर तरीका देखते है। निगरानी टीम द्वारा समय पर रेडियो कॉलर के फंसे होने के बारे में पता चलने पर तत्काल उच्चाधिकारियों को सूचना की। बाघिन एनक्लोजर में काफी आक्रामक व बाहर निकलने को आतुर नजर आ रही है।

बाघिन पूर्ण रूप से स्वस्थ है। चिकित्सकों द्वारा मॉनिटङ्क्षरग की गई है। एनक्लोजर में पांच चीतल छोड़े हुए है। बाघिन नियमित रूप से दहाड़ मार रही है। निगरानी टीम की तत्परता से सबकुछ ठीकठाक है।
अरविंद झा, उपवन संरक्षक,रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व, बूंदी