
बांध की दीवार का हो रहा पुनर्निर्माण (फोटो: पत्रिका)
Bundi News: बूंदी के गोठड़ा बांध की सुरक्षा दीवार पानी की ओर झुकने के बाद जल संसाधन विभाग द्वारा दीवार का पुनर्निर्माण करवाया जा रहा है।
जानकारी अनुसार गोठड़ा बांध की फेसवाल 9 मार्च 2023 रात्रि को भरभरा कर गिर गई थी, जिस पर जल संसाधन विभाग द्वारा राशि स्वीकृत करवा कर सुरक्षा दीवार का निर्माण करवाया था।
निर्माण पूरा होने के एक साल बाद ही गोठड़ा बांध की सुरक्षा दीवार से धीरे-धीरे मिट्टी खिसकने के साथ दीवार पानी की ओर झुकती चली गई, जिससे बांध के फुटवाल पर पर भी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई, जिससे सुरक्षा दीवार पानी की ओर झुक गई। इससे बांध पर खतरें का बादल मंडराने लग रहा था। इस गंभीर मुद्दे को लेकर राजस्थान पत्रिका ने सिलसिले वार खबरें प्रकाशित कर विभाग को कई बार चेताया।
जिस पर तत्कालीन अधीक्षण अभियंता एडी अंसारी सहित कई प्रसाशनिक अधिकारियों ने गोठड़ा बांध की झुकी दीवार का जायजा लेकर अलग-अलग जांच रिपोर्ट जिला कलक्टर, जल संसाधन विभाग एवं राज्य सरकार को भेजी थी। दो माह पहले विभाग को राज्य सरकार से करीब एक मीटर ऊंची झुकी दीवार व साढ़े तीन सौ फीट से अधिक लंबी दीवार को हटाकर वापस बनाने के निर्देश मिले थे। बीस दिन पहले ही विभाग ने संवेदक से कहकर पानी की ओर झुकी दीवार को हटाकर वापस बनाने के निर्देश दिए। इस पर संवेदक द्वारा करीब साढ़े तीन सौ फीट से अधिक झुकी दीवार को हटाकर वापस पुनर्निर्माण करवाया जा रहा है।
गोठड़ा बांध की सुरक्षा दीवार के निर्माण के लिए करीब साढ़े नौ करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे। गोठड़ा बांध की सुरक्षा दीवार के निर्माण कार्य के दौरान बीफर जॉय तूफान आ गया था, जिसके बाद संवेदक द्वारा निर्माण कार्य में लापरवाही बरतना शुरू कर दिया, जिसकी संपूर्ण जिमेदारी संभाल रहे अधिकारियों ने भी नजरंदाज कर दिया। करीब एक साल बाद ही बांध भरने से पहले ही सुरक्षा दीवार पर कई जगह दरारें आ गई, जिसे भी विभाग ने मिट्टी डालकर दबा दिया।
मानसून में ही बांध लबालब हो गया निर्माण कार्य में रही लापरवाही के नतीजे के कारण बांध की सुरक्षा दीवार व बांध पर खतरा मंडराने लगा धीरे-धीरे बांध के फुटवॉल से मिट्टी की खिसकती गई और दीवार पानी की ओर झुक गई। जिसे लेकर गोठड़ा के ग्रामीणों ने भी प्रशासनिक अधिकारियों व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ प्रभु लाल सैनी को ज्ञापन भेज कर बांध की सुरक्षा दीवार निर्माण की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की थी।
ग्रामीणों की शिकायत पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सैनी ने गोठड़ा बांध का निरीक्षण किया और मौके से ही जल संसाधन जल संसाधन मंत्री को पूरी वस्तुस्थिति से अवगत कराया। उसके बाद जल संसाधन मंत्री के निर्देश पर चार सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच समिति ने गोठड़ा बांध पर निरीक्षण किया।समिति द्वारा गोठड़ा बांध की बनाई गई सुरक्षा दीवार के निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा बरती गई तकनीकी कमी, स्टेरिंग सीधी नहीं लगाना, निर्धारित मॉनिटरिंग, संवेदक की लापरवाही सहित कई बिंदुओं का रिपोर्ट में जिक्र किया गया। अभी हाल ही में जल संसाधन विभाग को मिले निर्देश पर बांध की सुरक्षा दीवार को ऊपर की ओर से करीब साढ़े तीन सौ फीट तक एक मीटर तोड़कर दीवार का वापस निर्माण कार्य शुरू करवाया है।
गोठड़ा बांध की सुरक्षा दीवार 9 मार्च 2023 की रात्रि को करीब डेढ़ सौ फीट टूट गई, जिससे बांध क्षतिग्रस्त हो गया।। 14 मई 2023 को गोठड़ा बांध: बारिश से पूर्व बने दीवार तो मिले फायदा खबर प्रकाशित हुई। इस समय बांध का निर्माण कार्य चल रहा था। इसी बीच बीफर जॉय तूफान आ गया। तूफान से निर्माणाधीन दीवार में दरारें आ गई। जिस लेकर पत्रिका ने 20 जून 2023 को गोठड़ा बांध की दीवार में दरार,मिट्टी धंसी शीर्षक से खबर प्रकाशित की। इसके बाद संवेदक द्वारा सुरक्षा दीवार निर्माण कार्य में लापरवाही बरतते हुए निर्माण पूरा कर वाहवाही बटोरी।
13 जुलाई 2024 को पत्रिका ने गोठड़ा बांध की दीवार के पास से मिट्टी खिसकी खबर प्रकाशित की। 14 जुलाई 2024 को गोठड़ा बांध पर पहुंचे अधिकारी, लिया जायजा खबर प्रकाशित हुई। जिस पर तहसीलदार की रिपोर्ट पर उपखण्ड अधिकारी द्वारा जिला कलक्टर को रिपोर्ट सौंपी। 16 जुलाई 2024 को एक साल पहले साढ़े नौ करोड़ से बनी गोठड़ा बांध की दीवार झुकी खबर प्रकाशित हुई। 20 जुलाई 2024 को विभाग ने बांध की ऊपरी सुरक्षा दीवार झुकना माना खतरे से किया इंकार प्रकाशित हुई।
इसी बीच जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एडी अंसारी सहित तत्कालीन अधिशासी अभियंता राजेन्द्र पाटनी ने बांध की सुरक्षा दीवार का जायजा लिया। अधिकारियों ने मौके पर ही बांध की सुरक्षा दीवार झुकी हुई मानी एवं ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि झुकी दीवार से बांध को कोई खतरा नहीं है। इसी के साथ तत्कालीन अधीक्षण अभियंता ने विभाग के अभियंताओं एवं संवेदक को क्लीन चिट देकर मामले की इतिश्री कर ली।
उच्च अधिकारियों से मिले निर्देशों की पालना में पुराने संवेदक को निर्देश देकर करीब सौ फीट से अधिक लंबी पानी की ओर झुकी दीवार को हटाकर वापस पुनर्निर्माण करवाया जा रहा है। मानसून से पूर्व बांध की दीवार का निर्माण कार्य पूरा करने के प्रयास है। सुरक्षा दीवार निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा स्टेरिंग सीधी नहीं लगाई, दीवार बनाते समय वाहनों का दबाव का ध्यान नहीं रखा सहित कई तकनीकी खामियां रही।
रोहित बघेरा, अधिशासी अभियंता,जल संसाधन विभाग बूंदी।
Published on:
09 Jun 2025 12:23 pm
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