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प्रशासन ने नहीं ली सुध, किसानों ने स्वयं के खर्चे पर ड्रेन की खुदाई शुरू करवाई

किसानों की दो दशक पुरानी समस्या पर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो किसानों ने अपने खर्चे पर एक किलोमीटर लबी ड्रेन की सफाई व खुदवाई का काम हाथ में लेकर कार्य शुरू करवा दिया।

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बूंदी

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pankaj joshi

Jun 06, 2025

प्रशासन ने नहीं ली सुध, किसानों ने स्वयं के खर्चे पर ड्रेन की खुदाई शुरू करवाई

केशवरायपाटन. हस्तिनापुर व पाटन माइनर के बीच किसानों ने जेसीबी से खुदवाई करवाई।

केशवरायपाटन. किसानों की दो दशक पुरानी समस्या पर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो किसानों ने अपने खर्चे पर एक किलोमीटर लबी ड्रेन की सफाई व खुदवाई का काम हाथ में लेकर कार्य शुरू करवा दिया। किसानों ने बताया कि हस्तिनापुर एवं केशवरायपाटन माइनर के बीच में मुख्य ड्रेन मिट्टी व खरपतवार से अवरुद्ध हो गई थी।

इसकी खुदवाई वर्ष 1980 में की गई थी, जब से खुदवाई नहीं की गई। अवरुद्ध हो चुकी यह ड्रेन किसानों के लिए परेशानी का कारण बन चुकी थी। हर वर्ष दो हजार बीघा जमीन की फसलों में बारिश पानी भरने से फसलें खराब हो जाती थी। बार बार संपर्क करने के बाद इसकी सफाई नहीं की गई। ड्रेन का पानी खेतों में भरा रहता था।

किसान शोभा चन्देल, चेतन नामा, पारस जैन, आनन्द नामा, लक्ष्मीकांत शर्मा, भेरू दत्त दाधीच, पुरणमल गुलाटी, कैलाश निर्खी, अनुप शर्मा, नागेश कुमार, बलविंदर ठाकुर, पप्पू एवं कन्हैया लाल चौधरी सहित दो दर्जन किसानों ने अपने खर्च पर ड्रेन की सफाई व खुदवाई शुरू कर दी। इस कार्य में किसानों को लाखों का भार वहन करना पड़ेगा। किसानों ने बताया कि एक किलोमीटर ड्रेन की खुदाई के लिए 2200 रुपया प्रतिघंटा से जेसीबी मशीन से खुदवाई शुरू करवा दी है।