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तय अवधि निकलने के बाद भी नहीं हुआ पुलिया का निर्माण

केंद्रीय सड़क एवं आधारभूत संरचना निधि योजना अंतर्गत मांगली नदी पर लालपुरा से बागदा के मध्य उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य 1266 करोड रुपए लागत से स्वीकृत हुआ था।

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बूंदी

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pankaj joshi

Jun 13, 2025

तय अवधि निकलने के बाद भी नहीं हुआ पुलिया का निर्माण

रामगंजबालाजी मांगली नदी पर लालपुरा से बागदा के बीच में बनाई जा रही पुलिया के लिए खड़े के आगे पिलर

रामगंजबालाजी. केंद्रीय सड़क एवं आधारभूत संरचना निधि योजना अंतर्गत मांगली नदी पर लालपुरा से बागदा के मध्य उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य 1266 करोड रुपए लागत से स्वीकृत हुआ था।

उक्त पुलिया का शिलान्यास 14 मार्च 2024 को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला द्वारा किया गया था। सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा उक्त पुलिया का कार्य 1266 की करोड़ की लागत से 11फरवरी 24 को शुरू करवाया गया था, जिसकी कार्य समाप्ति अवधि 10 फरवरी 2025 थी, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते पुलिया निर्माण कार्य को लगभग सवा साल निकल जाने के बाद भी उच्च स्तरीय पुलिया का निर्माण कार्य इस बरसात तक पूरा होना असंभव सा लग रहा है।

ऐसे में इस मामले को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ग्रामीणों ने विभाग के अधिकारियों से संवेदक के विरुद्ध लापरवाही बरतने के मामले में कार्रवाई की मांग की है। पिछले कई वर्षों से यहां पर पुलिया निर्माण की मांग चलती आ रही थी। उसके बाद में लोकसभा अध्यक्ष के प्रयास से उच्च स्तरीय पुलिया को स्वीकृत करवाया गया था। सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा कार्य शुरू करवाया गया था, लेकिन विभाग के अधिकारियों द्वारा संवेदक को दी गई समय अवधि समाप्त होने के बावजूद भी पुलिया का निर्माण कार्य नहीं हुआ।

6 माह बंद रहता है आवागमन
मांगली नदी पर बरसात की शुरुआत होते ही लालपुरा पंचायत मुख्यालय से जुड़े गांव बागदा, संगावादा, जालेडा, किशनपुरा का संपर्क कट जाता है। ऐसे में यहां के ग्रामीणों को लगभग 15 किलोमीटर का चक्कर लगाकर बूंदी होते हुए पंचायत के कार्य से पंचायत मुख्यालय पहुंचना पड़ता है। साथ ही बागदा सहित अन्य गांवों के लोगों के खेत नदी के दूसरे छोर पर होने के चलते उन्हें खेती-बाड़ी के कार्य करने जाने के लिए या तो ट्यूब का सहारा लेकर नदी को पार करना पड़ता है। या फिर तैरकर कृषि कार्यों के लिए जाना पड़ता है। कई लोग नदी में बहने के बाद मौत का शिकार हो चुके हैं।ऐसे में यहां पर ग्रामीणों की सुविधा को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने नदी पर पुलिया को स्वीकृत कराया था, लेकिन तय समय अवधि में पुलिया का निर्माण कार्य नहीं होने से ग्रामीणों को इस वर्ष भी बरसात के मौसम में निराशा हाथ लगेगी।

बरसात में पुलिया का कार्य पूरा नहीं हो सकेगा। संवेदक के पखवाड़े में किए जाने वाले कार्य को चेक किया जाता है। संवेदक पर पुलिया निमार्ण में देरी होने के मामले को लेकर नियमानुसार पेनल्टी लगाई जा रही है।
शुभम जैन, सहायक अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, बूंदी