scriptजिला अस्पताल में मरीजों की जिदंगी सुरक्षा गार्ड के हवाले | Patrika News
बूंदी

जिला अस्पताल में मरीजों की जिदंगी सुरक्षा गार्ड के हवाले

जिला अस्पताल के वरिष्ठजनों के वार्ड में अस्सी वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भर्ती किया जाता है। दस बेड की क्षमता वाले इस वार्ड में आईसीयू के बाद जीवन रक्षा के काम आने वाले कई उपकरण भी लगे हुए है, लेकिन चौकाने वाली बात यह है कि तमाम सुविधाओं के बाद भी अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते बारहवीं पास सुरक्षाकर्मी मरीजों के ड्रिप व इंजेक्शन लगाने सहित अन्य कार्य कर रहा है।

बूंदीFeb 07, 2025 / 11:50 am

Narendra Agarwal

जिला अस्पताल में मरीजों की जिदंगी सुरक्षा गार्ड के हवाले

बूंदी. वार्ड में मरीज के ड्पि लगाते हुए

बूंदी. जिला अस्पताल के वरिष्ठजनों के वार्ड में अस्सी वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भर्ती किया जाता है। दस बेड की क्षमता वाले इस वार्ड में आईसीयू के बाद जीवन रक्षा के काम आने वाले कई उपकरण भी लगे हुए है, लेकिन चौकाने वाली बात यह है कि तमाम सुविधाओं के बाद भी अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते बारहवीं पास सुरक्षाकर्मी मरीजों के ड्रिप व इंजेक्शन लगाने सहित अन्य कार्य कर रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि यह सब वार्ड प्रभारी एवं डय़ूटी पर तैनात नर्सिंग ऑफिसर को भी पता है, लेकिन किसी ने इसे रोकने का प्रयास तक नहीं किया है।
जानकारी अनुसार बुधवार देर शाम को सुरक्षा कर्मी मतीन ने वार्ड में भर्ती दस मरीजों के करीब दो दो से तीन घंटे तक ड्रिप व इंजेक्शन लगाने सहित अन्य कार्य किए। इस दौरान डयृटी पर तैनात पुष्पलता भी वार्ड इंचार्जके कक्ष में बैठी रही।
वार्ड में बेेड नम्बर नौ पर भर्ती देवजी का थाना निवासी बुजुर्ग भंवर लाल ने बताया कि करीब साढ़े सात बजे सुरक्षा कर्मी ने उसे ड्रिप लगाई थी, लेकिन वार्ड में आईवी स्टैण्ड नहीं था, ऐसे में उसके पोते को काफी देर तक ड्रिप हाथ में लेकर खड़े रहना पड़ा। परिजनों को ही दूसरे वार्ड से जाकर आईवी स्टैण्ड लेकर आना पड़ा।
चार दिन से आ रहा
वार्ड में रविवार से मोची बाजार बूंदी निवासी नब्बे वर्षीया प्रेम बाई बेड नम्बर चार पर भर्ती है। इनकी देखरेख में लगे पुत्र सत्य प्रकाश ने बताया कि उक्त सुरक्षा कर्मी शाम को भर्ती होने के दिन से ही आ रहा है और मरीजों के ड्रिप व इंजेक्शन लगाने सहित अन्य कार्य कर रहा है। मरीजा व परिजन को उसे ही अस्पताल स्टॉफ समझ रहा है। शाम को उसके अलावा अन्य कोई वार्ड में आता ही नहीं है। दिन में नर्सिग छात्र आते जाते रहते है।
फिर भी नहीं सुनी
वार्ड में दांता निवासी रोडू लाल भी भर्ती है। उनके पुत्र हर लाल ने बताया कि कल डयूटी स्टॉफ कक्ष में ड्रिप हटवाने के लिए कहने गया था, इस पर यह सुरक्षा कर्मी ही आया था और उसने ही ड्रिप हटाई थी। वार्ड के अन्य मरीजों के चिकित्सीय कार्य इसी ने किए थे। किसी को भी इसके सुरक्षाकर्मी होने की जानकारी नहीं है।
इनका कहना है
कुछ देर के लिए सुरक्षा गार्ड वार्ड में गया था। मरीजों के ड्रिप लगाने व हटाने और इंजेक्शन लगाने की जानकारी नहीं है।
पुष्पलता, नर्सिंग ऑफिसर,जिरयाटिक वार्ड

सुरक्षाकर्मी द्वारा ही ड्रिप व इंजेक्शन लगाने सहित अन्य कार्य करने की जानकारी मिली है, जो गलत है। शिकायत पर स्टॉफ को पाबंद किया गया है। आगे से ऐसा नहीं होगा।
हरीशंकर,इंचार्ज, जिरयाटिक वार्ड
मामले में शिकायत सही पाई गई है। संबंधित नर्सिंग ऑफिसर व वार्ड इंचार्ज को हिदायत दी गई है कि दोबारा ऐसा पाए जाने पर नियम सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. प्रभाकर विजय, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, बूंदी

Hindi News / Bundi / जिला अस्पताल में मरीजों की जिदंगी सुरक्षा गार्ड के हवाले

ट्रेंडिंग वीडियो