
नैनवां (बूंदी). अभी तो पूर्णकालिक पटवारी का दर्जा भी नहीं मिल पाया कि प्रशिक्षुकाल में ही एक-एक प्रशिक्षु पटवारी को ही चार से पांच पटवार मंडलों का कार्यभार संभला दिया। सात प्रशिक्षु पटवारियों को रिक्त पड़े 31 पटवार मंडलों का चार्ज सुपुर्द कर दिया।
तहसील में पचास पटवार मंडलों के लिए 19 ही पटवारी नियुक्त होने से 31 पटवार मंडलों में पटवारियों के पद रिक्त चल रहे हैं। हाल ही राजस्व मंडल ने प्रशिक्षण के लिए नैनवां तहसील में भेजे सात प्रशिक्षुओं में से तीन को पांच-पांच व चार को चार-चार पटवार मंडलों का चार्ज दे दिया। यह व्यवस्था प्रशिक्षु पटवारियों के लिए भारी पड़ रही है।
एक तो अनुभव की कमी और ऊपर से एक साथ चार से पांच पटवार मंडलों को चार्ज देने से राजस्व सम्बंधी सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
दूरी पड़ रही भारी
प्रशिक्षु पटवारियों को एक साथ चार से पांच पटवार मंडलों का चार्ज देने में दूरी का भी ध्यान नहीं रखा गया प्रशिक्षु पटवारी परमानन्द गुर्जर के पास एक पटवार मंडल नैनवां द्वितीय है तो दूसरा पटवार मंडल आंतरदा है जो नैनवां से चालीस किमी दूर पड़ता है। बलराम के पास एक पटवार मंडल तलवास है तो दूसरा पटवार मंडल मानपुरा। दोनों के बीच की दूरी पचास किमी पड़ती है। धर्मराज के पास पटवार मंडल बटावदी है तो मोतीपुरा भी। दोनों की दूरी पचास किमी है। धनश्याम कहार के पास पटवार मंडल धानुगंाव भी है तो कालामाल भी। संजय मीणा के पास पटवार मंडल समीधी है तो सादेड़ा भी। दोनों की दूरी पचास किमी पड़ती है।
किसान भी परेशान
14 मार्च से ऑनलाइन जिंसों के क्रय के लिए किसानों को टोकन देने का कार्य शुरू हो जाएगा। टोकन के लिए खसरा गिरदावरी की रिपोर्ट आवश्यकता होती है। एक-एक प्रशिक्षु के पास ही इतने पटवार मंडलों का चार्ज देने सेे किसानों को खसरा गिरदावरी की रिपोर्ट नहीं मिल पा रही। फूलेता ग्राम पंचायत के सरपंच शोजीलाल मीणा ने बताया कि गिरदावरी रिपोर्ट के लिए किसान आठ दिन से पटवारियों के चक्कर काट रहे हैं।
नैनवां के तहसीलदार गजराज सिंह का कहना है कि तहसील में पचास पटवार मंडल हैं, जिनमें 19 पटवारी ही नियुक्त है। प्रशिक्षण के लिए आए सात पटवारियों को 31 पटवार मंडलों का चार्ज देकर उनके सहयोग के लिए कानूनगो को लगाया है। 14 मार्च से पहले गिरदावरी करवा ली जाएगी।

Published on:
11 Mar 2018 12:26 pm
बड़ी खबरें
View Allबूंदी
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
