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72 घंटे में जलापूर्ति, लोगों में रोष

कस्बे में पेयजल संकट के चलते 72 घंटे में जलापूर्ति होने से लोगों में रोष व्याप्त है।

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बूंदी

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pankaj joshi

May 29, 2025

72 घंटे में जलापूर्ति, लोगों में रोष

देई. पाईबालापुरा बांध पेयजल स्कीम पर क्षतिग्रस्त नलकूप का चबूतरा।

देई. कस्बे में पेयजल संकट के चलते 72 घंटे में जलापूर्ति होने से लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि भरपूर पानी होने के बाद भी लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड रहा है। जलापूर्ति नहीं होने से लोग अपनी जरूरतों के पानी का जुगाड़ नलकूपों से कर रहे है। कस्बे की जलापूर्ति 7 स्थानीय नलकूपों व 5 पाईबालापुरा बांध के नलकूपों से की जा रही है। पाईबालापुरा बांध स्कीम पर नलकूपों के चबूतरे क्षतिग्रस्त हो गए और पाइपों से पानी बहता रहता है। सार संभाल के अभाव में पूरा पानी नहीं मिल रहा है वहीं नलकूप खराब होने पर उन्हें बाहर भी निकाला नहीं जा सकता है।

इधर बन्सोली रोड पर खाळ की पुलिया पर टूटी पाइप लाइन की चार माह में भी मरमत नहीं होने से पेयजल टंकियों तक पानी नहीं पहुंचने से पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। लोगों का कहना है कि जलदाय विभाग को गर्मियों से पूर्व ही अपनी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करना चाहिए।

तीन वर्ष से इंतजार
क्षेत्र के गणेशपुरा गांव मे तीन वर्ष पूर्व जलदाय विभाग द्वारा गांव में पाइप लाइन बिछाकर छोड दिया। तब से अब तक ग्रामीण पानी का इंतजार कर रहे है। लाइनें बिछाने के बाद उनमें से कनेक्शन नहीं दिए गए और ना किसी पेयजल स्त्रोत से लाइन से जोडा। पाइप कई जगह से टूट चुके है और खुले सडक पर पडे हुए है, जिससे आवागमन में परेशानी का सामना करना पड रहा है। ग्रामीणों को लाइन बिछाने के बाद पेयजल समस्या समाधान की आस थी।

कस्बे में स्थानीय नलकूप में पानी की कमी होने से पेयजल समस्या हुई है। पाईबालापुरा बांध पर नलकूपों को शुरू कर समाधान किया जाएगा। गणेशपुरा गांव में चबल पेयजल परियोजना से पाइप लाइन बिछाई गई थी। परियोजना शुरू होने पर जलापूर्ति होगी, अन्य गांवों में भी लाइन बिछाई गई है।
रामखिलाडी मीना, कनिष्ठ अभियंता, जलदाय विभाग, देई