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खरीद केन्द्र पर खाली बारदाने का नाप करने पर चार सेमी कम मिला

स्थानीय कृषि उपज मंडी में राजफैड द्वारा संचालित सोयाबीन, उड़द समर्थन मूल्य खरीद केंद्र का निरीक्षण किया।

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बूंदी

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pankaj joshi

Dec 09, 2025

खरीद केन्द्र पर खाली बारदाने का नाप करने पर चार सेमी कम मिला

कापरेन. सोयाबीन समर्थन मूल्य खरीद केंद्र पर खाली बारदाने का नाप चौक करते राजेफड़ के अधिकारी व मौजूद किसान

कापरेन. स्थानीय कृषि उपज मंडी में राजफैड द्वारा संचालित सोयाबीन, उड़द समर्थन मूल्य खरीद केंद्र का निरीक्षण किया। खरीद केंद्र पर बारदाने को लेकर आ रही समस्या को देखते हुए अधिकारियों ने खाली बारदाने का वजन, नाप चौक करवाया और किसानों एवं केंद्र प्रभारी की मौजूदगी में पंचनामा तैयार कर रिपोर्ट बनाई।

इस मौके पर किसानों ने सोयाबीन व उड़द की खरीद की समस्याओं से अवगत कराया। केंद्र प्रभारी एवं मार्केङ्क्षटग सोसायटी के वीरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि खरीद केंद्र पर बारदाना को लेकर समस्या आ रही थी, जिसको लेकर व्यवस्थापक द्वारा अवगत कराया गया था।केंद्र पर पहुंचा जुट का बारदाना छोटा होने से 50 किलो की तुलाई के बाद सोयाबीन भरे कट्टों की सिलाई करने में समस्या आ रही थी और सिलाई करने के लिए सोयाबीन निकाल कर कम करनी पड़ रही है, जिसको लेकर उ‘च अधिकारियों ने मौका निरीक्षण किया और रिपोर्ट तैयार की।

निरीक्षण करने पहुंचे राजेफड़ के क्षेत्रीय अधिकारी राजफैड विष्णु दत्त शर्मा, सहायक प्रबंधक राजफैड कोटा लोकेश मालव आदि ने बताया कि मौके पर खाली बारदाने का वजन किया गया, जो सही पाया गया है। नाप चौक करने पर कट्टे की लंबाई चार सेमी कम पाई गई है, जिससे तुलाई में सोयाबीन भरने के बाद मशीन से सिलाई करने पर बारदाना छोटा पड़ रहा है। खाली बारदाने की लंबाई चौड़ाई की नाप की गई है। खाली बारदाने की लंबाई 94 सेमी की जगह 90 सेमी ही निकली, चौड़ाई 57 सेमी पाई गई है, जिससे 50 किलो की भर्ती में समस्या आ रही है।

मौके पर मौजूद किसानों, मंडी कर्मचारियों एव केंद्र प्रभारी भी मौजूद रहे हैं। निरीक्षण के दौरान किसानों ने भी समस्या बताई है। किसानों ने बताया कि इस बार ओटीपी की व्यवस्था बन्द कर सबंधित किसान के अंगूठे के आधार पर बिल बनाया जा रहा है। कई किसानों के अंगूठे स्कैन नहीं होने पर भुगतान की समस्या उठानी पड़ रही है। जनाधार में दूसरे सदस्य को जिम्मेदार बनाने के लिए सौ रुपए का स्टाम्प लिया जा रहा है।

इसके लिए कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि इस बार किसान से प्रति हेक्टेयर आठ किवंटल और अधिकतम 40 क्विंटल सोयाबीन ही खरीदी जा रही है। इसकी मात्रा बढ़ाकर अधिकतम 50 किवंटल की जानी चाहिए। इस दौरान सोसायटी के नरेंद्र खारवाल, किसान सुरेंद्र शर्मा, हीरालाल मीणा कृषि उपज मंडी से विष्णु सुमन आदि मौजूद रहे। मार्केटिंग सोसायटी के वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि केंद्र पर अब तक &94 किसानों ने सोयाबीन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया गया है। केंद्र पर साढ़े चार सौ किसानों का रजिस्ट्रेशन किया जाना है।