नगर के सुधाकर चौधरी ने बताया कि मंदिर 100 साल से अधिक प्राचीन है। इस मंदिर को नगर की सुख समृद्धि के लिए स्थापित किया था। जिस तरह उज्जैन के महाकाल है उस तरह यह शिव मंदिर शाहपुर में प्रसिद्ध है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मंदिर में सुबह शाम दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रहती है। हर साल सावन के महीने में यहां विशेष अनुष्ठान होते है। यहां मत्था टेकने वालों में कोईपुलिस का सताया होता है तो कोई आरोपी-बदमाश और इन सब के साथ थाना परिसर में आने वाले पुलिस के अफसरकर्मीमें पहले यहां शिश नवाते है िफर अपने काम शुरू कर पाते है।