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कलेक्टर ने पर्यावरण बचाने के लिए ये दिया संदेश

- दैनिक जीवन में पॉलीथीन के स्थान पर कपड़े की थैली का उपयोग करने हेतु किया जागरूक

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The collector gave this message to save the environment

The collector gave this message to save the environment

बुरहानपुर. कलेक्टोरेट कार्यालय परिसर में कलेक्टर भव्या मित्तल ने पौधे रोपित कर नागरिकों को पर्यावरण के प्रति जागरूक संदेश दिया। वहीं अधिकारियों व कर्मचारियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई।
इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी विजय सिंह, अपर कलेक्टर शंकरलाल सिघाड़े, डिप्टी कलेक्टर अजमेर सिंह गौड़ सहित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने पौध रोपण किया। कलेक्टर एवं वनमण्डलाधिकारी द्वारा पक्षियों को ग्रीष्म ऋतु में पानी आसानी से उपलब्ध हो सकें। इसके लिए उन्होंने पेड़ पर सकोरे की व्यवस्था करवाई, ताकि पक्षियों को पानी के लिए कही भटकना ना पड़े। इस अवसर अधिकारियों व कर्मचारियों ने कपड़े से थैला.झोला बनाने की प्रक्रिया भी सीखी ताकि दैनिक जीवन में हम पॉलीथीन के स्थान पर कपड़े के झोले का उपयोग कर सकें।
विदित है कि संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के अवसर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए लोगों को व्यक्तिगत रूप से शामिल करने के लिए पर्यावरण के लिए जीवन शैली के अभियान की शुरुआत की।
यह पहल एक ऐसी जीवन शैली को प्रोत्साहित करती है जो संसाधनों के सावधानीपूर्वक एवं सोद्देश्यपूर्ण उपयोग पर ध्यान केंद्रित करती है और इसका ध्येय प्रचलित उपयोग और निपटान उपभोग की आदतों को बदलना है। इसके पीछे का आशय लोगों को अपने दैनिक जीवन में उन साधारण परिवर्तनों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है जो जलवायु परिवर्तन में योगदान कर सकते हैं।
मिशन का एक अन्य पहलू जलवायु परिदृश्य में बदलाव लाने के लिए सामाजिक संरचना की ताकत का उपयोग करना है। यह अभियान पर्यावरण के प्रति उत्साही समर्थक लोगों के एक ऐसे वैश्विक संगठन बनाने की भी योजना बना रहा है जो पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली को अपनाने और बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
व्यक्तिगत व्यवहार पर ध्यान देना
सिंगल यूज प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकताय साइकिल, ई.बाइक, ई.कार जैसे परिवहन के स्थायी साधनों के बारे में ज्ञान पानी की बर्बादी के बारे में जागरूकताय पर्यावरण संबंधी सूचकों के बारे में ज्ञान जैविक, प्लास्टिक मुक्त, क्षतिमुक्त, ऊर्जा तारांकित सूचक, आदिद्धय उपभोग की आदतें और उन्हें हरित बनाना व्यक्तिगत कार्बन फुटप्रिंट का आकलन करना प्राकृतिक ऊर्जा का उपयोग पवन ऊर्जा सौर ऊर्जा, द्रवचालित ऊर्जाद्धय पारिधानिक सचेतता आदि के बारे में ज्ञान।