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कचरा मुक्त होगा बुरहानपुर का ट्रेंचिंग ग्राउंड,8 करोड़ खर्च, जहरीली गैस,प्रदूषण से मिलेगी मुक्ति

मशीनें लगाकर कंपनी ने शुरू किया काम Burhanur news. बोहरड़ा रोड स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड 1983 से शहर का कचरा डाला जा रहा है।42 साल में 2 लाख 40 हजार टन से अधिक कचरा जमा होने से हर तरफ कचरे के पहाड़ नजर आ रहे है। कचरे से निकलने वाली जहरीले गैस, वायु प्रदूषण होने से […]

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मशीनें लगाकर कंपनी ने शुरू किया काम

Burhanur news. बोहरड़ा रोड स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड 1983 से शहर का कचरा डाला जा रहा है।42 साल में 2 लाख 40 हजार टन से अधिक कचरा जमा होने से हर तरफ कचरे के पहाड़ नजर आ रहे है। कचरे से निकलने वाली जहरीले गैस, वायु प्रदूषण होने से लोग लंबे समय से परेशान थे। आखिरकार निगम ने कचरे के पहाड़ को खत्म करने के लिए निजी कंपनी के माध्यम से कचरे का रिसाइकिल कार्य शुरू कर दिया। प्लास्टिक, कचरे को अलग करने के साथ पुराने कचरे से खाद बनाने की योजना है।

बायो माइनिंग टेक्निक से निस्तारण

निगम द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत 8 करोड़ खर्च कर कचरे का निपटान कराया जा रहा है। कंपनी को अप्रेल 2026 तक कार्य खत्म करने की डेडलाइन तय की है, लेकिन कचरा अधिक होने से यहां पर पहले जेसीबी के माध्यम से पुराने कचरे को खोदकर निकालने के बाद ट्रॉमिक मशीन से रिसाइकिल कर प्लास्टिक, कांच, नारियल सहित गीले कचरे को अलग करने की प्रक्रिया की जा रही है। कंपनी जल्द ही एक अतिरिक्त ट्रॉमिक मशीन भी लगाएंगी। बायो माइनिंग टेक्निक के माध्यम से पुराने कचरे का निस्तारण का काम हो रहा है।

हर दिन निकलता है 40 टन कचरा

शहर के 48 वार्डों से हर दिन 40 टन कचरा निकलता है। जिसमें बड़ी मात्रा में प्लास्टिक शामिल है जो न गलती है न ही इसके निपटान के लिए कोई मशीन है। पहले समय पर कचरे का निपटान नहीं होने से हर तरफ पुराना और नए कचरे के ढेर लगे। निगम द्वारा नए कचरे को अलग स्थान पर डंप करने के बाद उसी कंपनी से ही नए कचरे को भी रिसाइकिल कर कचरे से खाद भी बनाई जाएगी।.

हर साल लगती थी आग, बढ़ेंगे नंबर

कचरे का ढेर में हर साल गर्मी के समय आग लगने की घटनाएं होती थी। अधिक तापमान के कारण जमीन से निकलने वाली गैस आग का रुप लेती थी। स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान भी निगम को कचरे के कारण नंबर कम आने से नुकसान होताथा। जेसीबी से कचरा हटाने पर उससे पॉलिथीन, कांच की बोतल व अन्य वेस्ट को अलग-अलग कर रहे है।कचरा खत्म होने के बाद ट्रेंचिंग ग्राउंड का सौंदर्याकरण भी किया जाएगा।खाली जमीन पर पौधें लगाने के साथ नई मशीनें भी स्थापित की जाएगी।

  • ट्रेंचिंग ग्राउंड पर कचरे को पहाड़ को खत्म करने के लिए कंपनी ने काम शुरू कर दिया है, कचरे से प्लास्टिक, कांच, नारियल निकाल कर अलग कर रहे है, वेस्ट से खाद भी बनेंगी।संदीप श्रीवास्तव, आयुक्त ननि