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घर में उबल रही ब्रांडेड चाय हो सकती है नकली! MP में फेक चायपत्ती का स्टॉक जब्त

MP News: एमपी में ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली चाय पैक कर बाजार में बेची जा रही थी। शिकायत पर उडऩदस्ता टीम ने दो कारखानों पर रेड कर 21 लाख की चायपत्ती जब्त की।

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fake branded tea seized Honey Gold Tea packaging fraud food saftey mp news

stock of fake branded tea seized in burhanpur (Patrika.com)

Fake Branded Tea Seized: बुरहानपुर शहर में ब्रांडेड चाय पत्ती कंपनियों के नाम की मिली-जुली पैकेजिंग की जा रही थी। खाद्य सुरक्षा विभाग (Food Safety Department) की संभाग स्तरीय उडऩदस्ता टीम ने मंगलवार को दो चाय पत्ती कारखानों पर दबिश देकर बड़ी मात्रा में ब्रांडेड की पैकेजिंग, चाय पत्ती को जब्त किया। 10 सैंपल लेने के साथ ब्रांडेड नाम वाली 21 लाख की 18 हजार 42 किलो चायपत्ती को जब्त कर पंचनामा तैयार किया। (mp news)

कंपनी ने की थी शिकायत

इंदौर की हनी गोल्ड चाय कंपनी ने खाद्य एवं औषधि विभाग (Food and Drug Department) के आयुक्त से शिकायत की थी। बताया कि बुरहानपुर में ब्रांड के नाम से पैकेजिंग कर चाय पत्ती निमाड़ सहित प्रदेश में बेची जा रही है। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की संभागस्तरीय उडऩदस्ता टीम को जांच के लिए भेजा गया। इंदिरा कॉलोनी स्थित फर्म प्रोमिस टी कंपनी के कारखाने पर टीम ने संचालक सुनील जगनानी की उपस्थिति में जांच की।

यहां से प्रॉमिस हनी गोल्ड टी सहित अन्य ब्रांड की चाय पत्ती की पैकेजिंग मिली। टीम ने 8 नमूने जांच के लिए लेने के बाद हनी सहित विभिन्न ब्रांड की 18 हजार 42 किलो चाय पत्ती जब्त की। इस तरह सिंधीबस्ती रोड पर भी फर्म परीयालदास एंटरप्राइजेस में जांच कर प्रोप्राइटर विजय जगनानी की उपस्थिति में जांच की।

बिना लाइसेंस के चल रहा था कारखाना

सिंधीबस्ती रोड पर संचालित कारखाना बिना लाइसेंस के चल रहा था। दो ब्रांड के अलग-अलग पैकेजिंग की जा रही थी। करोड़पति चाय, असम चाय पैक के नमूने लेकर 320 किलो जब्त किए। बाजार मूल्य 57 हजार 600 रुपए है। करोड़पति चाय पैक 50 किलो कीमत 14 हजार के जब्त किए। फर्म परीयालदास से संबंधित लाइसेंस मौके पर अफसरों को नहीं दिखाया गया। कारखाने में संचालित चाय पत्ती की पैकेजिंग को बंद कराया गया। टीम ने यहां पर दो सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा। रिपोर्ट अमानक मिलने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

भोपाल से गठित की टीम

शहर में लंबे समय से यह चाय पत्ती के कारखाने संचालित हो रहे थे। ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर पैकेजिंग करने के बाद बाजार में बड़ी मात्रा में बेचा जा रहा था। दल प्रभारी खाद्य सुरक्षा अधिकारी हीरालाल आवासिया ने कमलेश डावर, राहुल सिंह अलावा, सुभाष खेडकऱ, धर्मेंद्र कुमार सोनी के साथ पहुंचकर दोनों कारखानों पर दबिश देकर कार्रवाई की।

ऐसी हुआ खुलासा, कंपनी करेंगी 10 करोड़ का दावा

इंदौर की हनी गोल्ड चाय कंपनी के हेल्पलाइन नंबर पर खरगोन के एक ग्राहक ने शिकायत की थी कि चाय पत्ती की क्वालिटी खराब आ रही है। ग्राहक से जब पैकेट का सैंपल बुलाया गया था, वह कंपनी की पैकेजिंग से मिला-जुला मिला। नाम, डिजाइन, लेबल मिस ब्रांड मिला। जिस पर पता बुरहानपुर लिखा था। कंपनी ने इसकी शिकायत उच्च अफसरों से की।

कारखाने पर बड़ी मशीन लगाकर पैकेजिंग करते पाया गया। कंपनी के अफसरों ने अधिवक्ताओं के साथ कार्रवाई में शामिल हुए। जिसकी लालबाग थाने में धोखाधड़ी, कूटचरित लेबल, नकली पैकेजिंग की शिकायत की गई। लाइसेंस निरस्त के साथ 3 लाख जुर्माने का प्रावधान है। कंपनी को नुकसान होने पर करीब 10 करोड़ का दावा भी करने का बात कह रही है।

बहुत से ब्रांड के मिले स्टीकर और पैकिंग

चाय पत्ती कंपनी की शिकायत पर भोपाल से संभागस्तरीय उडऩदस्ता दल गठित हुआ था। कारखानों की जांच की गई तो जिस ब्रांड की शिकायत थी उसके साथ अन्य ब्रांड भी मिलने पर सभी के सैंपल लिए गए है, जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी। -एचएल आवासिया, प्रभारी, संभागीय उडऩदस्ता खाद्य विभाग