
The contractor reached the collectorate for self-immolation with a bottle of petrol in his hand
बुरहानपुर. तीन साल से सामुदायिक भवन निर्माण की राशि का भुगतान नहीं होने पर मंगलवार को निगम ठेकेदार सुमेर मेहरोलिया आत्मदाह करने के लिए कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में पहुंच गया। सूचना मिलते ही अपर कलेक्टर, लालबाग थाना प्रभारी की ठेकेदार को समझाइश देकर वापस लौट गया। एडीएम ने एक सप्ताह में मामले की जांच कर निराकरण करने का आश्वासन दिया।
दरअसल निगम ठेकेदार सुमेर मेहरोलिया ने शिकारपुरा स्थित संत गाडग़े महाराज के नाम से 20 लाख की लागत से सामुदायिक भवन निर्माण करने का ठेका लिया था। 5 अक्टूबर 2018 से निर्माण शुरू होने के बाद अब तक 15 लाख तक निर्माण कार्य पूरा हो गया। लेकिन निगम से पहला बिल 7 लाख 50 हजार का भुगतान ही हो पाया, जबकि दूसरा बिल 7 लाख 78 हजार का लगाने के बाद भी तीन साल से निगम से भुगतान नहीं कर रहे है। निगम अधिकारी इपीएफ की तरफ से भुगतान पर रोक लगाने की बात कह रह हंै। निगम के चक्कर लगाकर परेशान ठेकेदार ने 5 दिन पूर्व प्रशासन को आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी। इसलिए ठेकेदार पेट्रोल की बोतल जेब में लेकर आत्मदाह करने के लिए पहुंच गया। यह सूचना प्रशासन को पहले ही मिलने के कारण अपर कलेक्टर शैलेंद्र सिंह सोलंकी और लालबाग टीआइ एपी सिंह ने ठेकेदार को समझाइश देकर वापस लौटा दिया
ठेकेदार के वाउचर का कर रहे मिलान
एडीएम शैलेंद्रसिंह सोलंकी ने कहा कि ठेकेदार द्वारा निगम से राशि भुगतान नहीं होने की शिकायत की गई थी। इस संबंध में निगम के वित्तय आयुक्त जितेंद्र मंडलोई से चर्चा की गई। ठेकेदार द्वारा निर्माण संबंधी वाउचर जमा नहीं करने की बात सामने आइ है, वाउचर का मिलान करने के लिए कहा गया है, इपीएफ ने पहले भुगतान पर रोक लगाई थी, लेकिन फिर इपीएफ काटकर भुगतान करने के लिए कहा गया था। शेष वाउचर का मिलान कर ठेकेदार को भुगतान किया जाएगा।
Published on:
12 Jan 2022 12:29 pm
बड़ी खबरें
View Allबुरहानपुर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
