भाजपा नहीं दे रहे आदिवासियों के अधिकार
बुरहानपुर. जिले मे लगभग 8 हजार वन अधिकार पट्टे खारिज होने पर कांग्रेस अब आदिवासियों के लिए मैदान में आ गई। बुधवार को धूलकोट में आदिवासी अधिकार सम्मेलन हुआ, जहां विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता उमंग सिंघार पहुंचे। उन्होंने कहा कि आरएसएस गांव-गांव में जाकर हमें (आदिवासियों) को बांटने में लगी है। हमारे जंगल की बात नहीं होती, हमारी संस्कृति की बात नहीं होती। हमारे पेड़ पौधों की बात नहीं होती, हमारे अधिकार की बात नहीं होती। आरएसएस और भाजपा केवल धर्म की बात करती है।
सिंघार ने कहा भाजपा आदिवासी से वनवासी की बात करती है, जो आदिकाल से वास कर रहा है वह आदिवासी है। उन्हें आवश्यकता क्यों पड़ रही उन्हें वनवासी बनाने की। मतलब जो हमारी पीढिय़ां यहां रहते आई, उन्हें बदलना चाहती है। स्कूल खोल देंगे शिशु मंदिर, लेकिन आपके हक की बात नहीं करेंगे। आदिवासियों के नाम पर वोट तो चाहती है, लेकिन उन्हें अधिकार नहीं देना जानती। मैं समझता हूं ये हमारी संस्कृति पर संकट आ गया है। ये हमारे कुलदेवता तक को भूलाना चाहते हैं।
विधानसभा में गूंजेंगी पट्टों की लड़ाई
उन्होंने कहा कि आपकी लड़ाई विधानसभा में गूंजेंगी, आपके पट्टे की लड़ाई विधानसभा में लड़ेंगे। मैं विधायकों की कमेटी बनाने की घोषणा करता हूं वह कमेटी बुरहानपुर आकर आपके कागजों को लेकर कलेक्टर, डीएफओ से बात करेंगी। पता लगाएंगे क्यों पट्टे खारिज कर दिए। आपका अधिकार आपका हक दिलवाएंगे। दोपहर 1 बजे धूलकोट में शुरू हुए सम्मेलन दोपहर 3.30 बजे तक चला। जिसमें 20 से अधिक गांव के आदिवासी एकत्रित हुए।
सामूहिक पट्टों की लड़ाई भी लड़ेगी कांग्रेस
यहां उमंग सिंघार ने आदिवासियों से कहा वन संसाधन के लिए जंगल का सामूहिक 200-500 हेक्टेयर का पट्टा मिले तो आप पूरा जंगल बचाओंगे, ये अधिकार हमारी कांग्रेस सरकार ने दिया। उस वन अधिकार कानून में केवल झाबुआ में पांच पट्टे बंटे। बाकी जगह भाजपा ने कभी सामूहिक पट्टों की बात नहीं की। भाजपा से कहना चाहता हंू कि सामूहिक पट्टा आदिवासियों को देना पड़ेगा इसके लिए कांग्रेस पार्टी लड़ाई लड़ेगी।
हमने सवा तीन लाख पट्टे बांटे
सिंघार ने कहा कि आपके पट्टे की बात करें तो हमारी सरकार रहते हमने सवा तीन लाख पट्टे बांटे। मुझे जानकारी मिली यहां 8 हजार पट्टे निरस्त कर दिए। क्या आपसे आकर पूछा आपके पट्टे निरस्त हो गए, कोई नोटिस मिले। आपसे कोई जवाब नहीं पूछा। निरस्त करने से पहले आपको नोटिस देना आपकी बात को सुनना था।
डीएफओ से फोन पर की बात बोले जांच करें
विपक्षी नेता ने मंच से कहा फॉरेस्ट से यहां कोई आया, लेकिन कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। उन्होंने बाद में फोन पर डीएफओ से चर्चा कर इसकी जांच की बात कही। मंच से कहा सरकार आपके साथ छलावा करती है। आपकी सुनवाई नहीं करना चाहती। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था अगर उसके पास पर्ची भी नहीं है और वन अधिकार समिति में जो बुजुर्ग है वह कह दे की हम उसे जानते हैं, और वो सन 80 के पहले से काबिज है तो उसे पट्टा मिले। ये आपका अधिकार है ग्राम सभा का अधिकार है।
मंत्री विजय शाह सेवा करवा रहे
जनजाति कार्य मंत्री विजय शाह पर भी सिंघार बरसे। कहा कि विजय शाह आदिवासी होने की बात करते हैं, लेकिन आपके अधिकार की बात नहीं करते। रेस्ट हाउस पर रेंजर सहित सभी उनकी सेवा में लगे हैं। जो आपके पैसे से मौज काटना चाहते हैं लेकिन आपके अधिकार की बात नहीं करना चाहता।
पट्टों मेंं विभाजन तक नहीं हो रहा
पूर्व मंत्री अरुण यादव ने कहा कि जिनके पट्टे बने हैं, अब उनके बच्चे इसमें विभाजन करना चाहते हैं, तो वह भी नहीं हो पा रहा। यह भी बड़ी समस्या है। पूर्व मंत्री सचिन यादव ने कहा कि आपको पट्टों से बेदखल किया तो हम आंदोलन करेंगे। कमलेश्वर पटेल, अंतरसिंह बर्डे ने भी संबोधित किया।