scriptक्या वित्त मंत्रालय हर महीने देगा 1.30 लाख रुपये इमरजेंसी कैश? जानिए इस संदेश की सच्चाई | Is the finance ministry really giving rupee 1.30 lakh check the truth | Patrika News

क्या वित्त मंत्रालय हर महीने देगा 1.30 लाख रुपये इमरजेंसी कैश? जानिए इस संदेश की सच्चाई

locationनई दिल्लीPublished: Aug 01, 2021 04:52:49 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

पीआईबी ने बताया कि वित्त मंत्रालय की ओर से इस तरह की कोई योजना नहीं चलाई गई है। इसे पूरी तरह से फर्जी संदेश बताया है।

finance ministry

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नई दिल्ली। एक खबर तेजी से वायरल हो रही है कि वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) हर माह 1.30 लाख रुपये इमरजेंसी कैश बांट रहा है। अगर आपके पास भी इस तरह का कोई मैसेज आया है तो सतर्क हो जाएं। यह एक फेक संदेश है। इन दिनों सोशल मीडिया पर ये मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। पीआईबी (प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो) ने इसकी पड़ताल की और इसे पूरी तरह से फेक बताया है। पीआईबी ने बताया कि वित्त मंत्रालय की ओर से इस तरह की कोई योजना नहीं चलाई गई है।
पीआईबी ने ट्वीट करा

पीआईबी फैक्ट चेक (#PIBFactCheck ) ने अपने एक ट्वीट में कहा कि एक वॉट्सऐप मैसेज में दावा करा जा रहा है कि भारत का वित्त मंत्रालय लोगों को इमरजेंसी कैश मुहैया करा रहा है। इमरजेंसी कैश के रूप में वित्त मंत्रालय लोगों को छह माह के लिए 1.30 लाख रुपये प्रति माह दे रहा है।
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https://twitter.com/FinMinIndia?ref_src=twsrc%5Etfw
पीआईबी ने लोगों को दी सलाह

पीआईबी की ओर से यह दावा करा गया कि ये फर्जी संदेश है और लोगों को सलाह दी है कि ऐसी किसी भी योजना पर भरोसा करने से पहले अच्छी तरह से जांच लें। सरकार की ओर से हर योजना की जानकारी पहले मंत्रालय की ओर से जारी होती है। इसलिए हर योजना से जुड़े मंत्रालय की वेबसाइट, पीआईबी और दूसरे माध्‍यमों से पड़ताल करने के बाद ही आवेदन करें। इसके साथ ही कहा गया कि किसी फर्जी खबर के झांसे में आने पर आपको फायदे के बजाय आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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कोरोना काल में बढ़ रहीं फेक खबरें

कोरोना काल में देशभर में ऐसे हालात बने हुए है कि फेक खबरें तेजी से वायरल हो रही हैं। भारत सरकार की प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने वायरल खबर का पूरी तरह से खंडन किया है। उसने कहा कि सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है। सरकार ने भी कोरोना काल में इस तरह की फर्जी खबरों को फैलने से रोकने के लिए कई प्रयास किए हैं।
आप भी करा सकते हैं फैक्टचेक

अगर आपके पास भी कोई इस तरह का मैसेज मिलता है तो फिर उसको पीआईबी के पास https:// fact check .pib. gov.in/ अथवा वॉट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः pibfactcheck@gmail.com पर भेज सकते हैं। यह जानकारी पीआईबी की वेबसाइट https://pib.gov.in पर मौजूद है।
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