अगर आप बड़ी बचत करते हैं तो निवेश की सही रणनीति होना जरुरी है, इस कारण आप आसानी से अपने भविष्य के लक्ष्य को पूरा कर पाएंगे।
किसी भी व्यक्ति के लिए पेरेंटहुड यानी बच्चे का अभिभावक बनना जीवन का सबसे अहम काम है। बच्चे के गर्भ में आने से लेकर उसके पैदा होने और 3 साल के होने तक माता-पिता बच्चे के नियमित बाल रोग विशेषज्ञ के पास ले जाने, टीकाकरण आदि में व्यस्त रहते हैं। फिर उन्हें बच्चों की पढ़ाई के लिए खुद को झोंकना पड़ता है। पिछले एक दशक में घर चलाने का सालाना खर्च 6 से 8 प्रतिशत तक बढ़ा है, वहीं एजुकेशन की महंगाई दर 11 से 12% तो स्वास्थ्य की महंगाई दर सालाना 14% बढ़ी है। इसलिए नए अभिभावकों को ऐसे निवेश विकल्पों में निवेश करना चाहिए जो पढ़ाई और इलाज के मामले में बढ़ रही महंगाई को मात दे सके।
एडवांस में प्लान बनाएं
कुछ खर्च ऐसे हैं जिनसे आप बच नहीं सकते। मिसाल के तौर पर जैसे बच्चों का इलाज, उनकी पढ़ाई-शादी, घूमने पर खर्च, कार और मकान खरीदना आदि। अभिभावक होने के नाते आप इन सभी खर्च के लिए पहले से योजना बनाएं। कहीं घूमने जा रहे हैं तो इसकी प्लानिंग कम से कम 3 महीने पहले करें और उसके लिए पैसे का इंतजाम करें। वहीं मकान या कार खरीद रहे हैं तो इसकी प्लानिंग 3 साल पहले करना जरूरी है। पहले से योजना बनाने से यह समझने का मौका मिलता है कि कहां कमी हो सकती है।
ये हैं निवेश के विकल्प
नए अभिभावकों के पास निवेश के कई विकल्प मौजूद हैं, जैसे बैंक एफडी, इक्विटी, गोल्ड, म्यूचुअल फंड्स, गारंटीड रिटर्न वाला लाइफ इंश्योरेंस, पीएमएसल फंड्स, अल्टरनेटिव फंड्स, फॉरेन इक्विटी और प्रॉपर्टी आदि। अपने इमरजेंसी फंड के लिए निरंतर आवंटन बनाए रखें जो किसी भी समय खर्च करने के लिए उपलब्ध हो।
निवेश की क्यो हो रणनीति
अक्सर लोग सोना-चांदी, बैंक एफडी और प्रॉपर्टी में निवेश करते हैं। लेकिन इनका रिटर्न केवल आपकी संपत्ति को बचाता है, बढ़ाता नहीं है। इनका रिटर्न महंगाई दर के आसपास ही है। ऐसे में आपको एसे एसेट्स में निवेश करना चाहिए जो एसआइपी के जरिए सालाना 15त्न से 20त्न रिटर्न दे।
कहां करें निवेश
इमरजेंसी फंड के लिए गोल्ड और एफडी में निवेश करें। ये काफी लिक्विड होते हैं और इन्हें कभी भी कैश में बदला जा सकता है। वहीं लॉन्ग टर्म गोल्स के लिए इक्विटी में निवेश करें। इनमें सालाान 15त्न रिटर्न हासिल करना मुश्किल नहीं है। मिडकैप और स्मॉलकैप में निवेश करें। हालांकि अच्छे मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स की पहचान करना मुश्किल है। इसलिए इनमें म्यूचुअल फंड्स या स्मॉलकेस के जरिए निवेश करें।
बजट प्री-प्लान करें: हर महीने के खर्च के लिए बजट बनाएं। साथ ही बीमारी के इलाज आदि अनप्लान्ड इमरजेंसी के लिए जितनी जल्दी हो सके पर्याप्त कवरेज वाला हेल्थ इंश्योरेंस कराएं। हेल्थ इमरजेंसी के समय यह सेफ्टी नेट का काम करेगा और परेशानियों से बचाएगा।