
नवंबर 2025 में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश 21% बढ़ा (PC: Canva)
शेयर बाजार पर निवेशकों का भरोसा बना हुआ है, यही वजह है कि इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेशकों ने नवंबर में भी जमकर निवेश किया है. AMFI यानी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया की ओर से जारी मंथली डेटा के मुताबिक नवंबर में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में 29,911 करोड़ रुपये का निवेश आया, जबकि पिछली बार यानी अक्टूबर में ये 24,690.33 करोड़ रुपये था, यानी 21% का उछाल देखने को मिला है. अब ये बताना जरूरी इसलिए भी है क्योंकि इसके पहले लगातार तीन महीनों अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स इनफ्लो में गिरावट देखने को मिली थी.
कैटेगरी के हिसाब से देखें तो इस बार भी फ्लेक्सी कैप फंड्स में सबसे ज्यादा निवेश आया है, जो कि 8,135 करोड़ रुपये है, हालांकि अक्टूबर के 8,928 करोड़ रुपये के मुकाबले थोड़ा कम है. लार्ज-कैप फंड्स, मिडकैप फंड्स, स्मॉलकैप फंड्स में पिछले महीने के मुकाबले निवेश बढ़ा है. सेक्टोरल और थीमेटिक फंड्स में निवेश पिछली बार के मुकाबले 36.5% ज्यादा आया है.
Large-Cap Funds: नवंबर 2025 में लार्ज कैप फंड्स में 1,639.80 करोड़ रुपये निवेश आया, अक्टूबर में ये 972 करोड़ रुपये था.
Mid-Cap Funds: नवंबर 2025 में मिडकैप फंड्स में 4,486.91 करोड़ रुपये आए, अक्टूबर में ये 3,807.11 करोड़ रुपये था
Small-Cap Funds: नवंबर 2025 में स्मॉलकैप फंड्स में 4,406 करोड़ रुपये आए, अक्टूबर में 3,476 करोड़ रुपये आए थे
Flexi-Cap Funds: नवंबर 2025 में 8,135.01 करोड़ रुपये आए, अक्टूबर में 8,928.71 करोड़ रुपये आए थे
Sectoral/Thematic: नवंबर 2025 में 1,864.99 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो कि पिछली बार 1,366.16 करोड़ रुपये था
ELSS: नवंबर 2025 में 570 करोड़ रुपये का आउटफ्लो रहा, जबकि अक्टूबर में आउटफ्लो 665.66 करोड़ रुपये का था
नवंबर में लिक्विड फंड्स ने 14,050 करोड़ रुपये के नेट आउटफ्लो दर्ज किए, जो अक्टूबर में हुए भारी 89,375 करोड़ रुपये के आउटफ्लो की तुलना में काफी कम थे. डिविडेंड यील्ड फंड्स में निवेशकों की निकासी जारी रही, और आउटफ्लो पिछले महीने के 179 करोड़ रुपये से बढ़कर 278 करोड़ रुपये हो गया. इसके अलावा ओवरनाइट फंड्स से भी 37,624.53 करोड़ रुपये का आउटफ्लो रहा, नवंबर में 24,050.57 करोड़ रुपये निवेश आया था, कॉरपोरेट बॉन्ड फंड्स में नवंबर में 1,525.14 करोड़ रुपये का निवेश आया, जबकि अक्टूबर में 5,121.91 करोड़ रुपये आए थे.
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़कर 80.80 लाख करोड़ रुपये हो गया है, ये पहली बार है कि AUM 80 लाख करोड़ रुपये के पार निकला है. अक्टूबर में AUM 79.87 लाख करोड़ रुपये रहा था.जो इस बात को दिखाता है कि निवेशकों का म्यूचुअ फंड में निवेश बना रहा. हालांकि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का नेट इनफ्लो नवंबर में 32,755 करोड़ रुपये रहा है, जबकि अक्टूबर 2025 में ये 2.15 लाख करोड़ रुपये था.क्योंकि अक्टूबर में 1.59 लाख करोड़ रुपये का डेट इनफ्लो देखने को मिला था. जबकि इस बार नवंबर में 25,692 करोड़ रुपये का आउटफ्लो है.
AMFI के नवंबक डेटा को देखकर ऐसा लग रहा है कि निवेशकों का गोल्ड ETFs को लेकर मोहभंग हो रहा है. नवंबर के महीने में गोल्ड ETF में महज 3,741.79 करोड़ रुपये ही निवेश आया, जो कि अक्टूबर में 7,743.19 करोड़ रुपये था.
इसके पहले भी गोल्ड ETFs में निवेश कभी बहुत ज्यादा तो कभी बहुत कम रहा है. बीते 6 महीनों का ये डेटा देखिए - जिससे आपको ये अंदाजा होगा कि निवेश कभी बहुत ज्यादा आया तो कभी बहुत कम.
मई 2025: 291.91 करोड़ रुपये
जून 2025: 2,080.85 करोड़ रुपये
जुलाई 2025: 1,256.0 करोड़ रुपये
अगस्त 2025: में 2,189.51 करोड़ रुपये
सितंबर 2025: में ये 8,363 करोड़ रुपये
अक्टूबर 2025: 7,743.19 करोड़ रुपये
SIP योगदान नवंबर में हल्का सा गिरा है. SIP के जरिए लोगों ने म्यूचुअल फंड्स में नवंबर में 29,445 करोड़ रुपये का निवेश किया है. जबकि अक्टूबर में ये 29,529 करोड़ रुपये रहा था. SIP योगदान को एक तरह से स्थिर माना जा सकता है.
तो कुल मिलाकर हुआ ये है कि AMFI के नवंबर 2025 के आंकड़े बताते हैं कि इक्विटी कैटेगरी में मजबूत इनफ्लो देखने को मिले हैं, साथ ही कुल AUM में भी हल्की बढ़त दर्ज की गई है. लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंड्स, तीनों कैटेगरी में अक्टूबर 2025 की तुलना में अधिक सब्सक्रिप्शन आया है.
Published on:
11 Dec 2025 03:27 pm
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